माँ को चोदने का प्लान – Maa ki Chudai Kahani
- By : Hindi Kahani
- Category : Mummy ki Chudai ki Kahani

Maa ki Chudai Kahani:- हाय दोस्तों, मेरा नाम अक्षित है। मैं कई सालों से हिंदी कहानी डॉट को डॉट इन का पाठक रहा हूं। मेरी उम्र 23 साल है। सबसे पहले मैं आपको अपने बारे में बता देता हूं। इस समय मैं बैंगलोर मैं हूं। मेरी लम्बाई 5 फुट 7 इंच है, और मेरे लंड की लम्बाई 7 इंच है, और इसकी मोटाई 5 इंच है।
मैंने अपनी पहली चुदाई 19 साल की उम्र में की थी, उसके बाद 20 साल की उम्र तक मैंने कई लड़कियों और औरतों को चोदा। लेकिन फिर मेरी जिंदगी में कुछ ऐसा हुआ
कि सब कुछ बदल गया जो Maa ki Chudai Kahani थी ।
दोस्तों यह बात है मेरे बुआ के बेटे की शादी की है। लगभग 3 साल पहले जब मैं अपनी बुआ के बेटे की शादी में गया था, तो दोस्तों वहां मैंने अपने घर की कई औरतों को देखा। उनमें से कोई मेरी बहन थी, चाची थी, बुआ थी, मौसी थी, या मामी थी।
दोस्तों उससे पहले मैंने कभी उनको चुदाई की नजर से नहीं देखा था। लेकिन शादी में सारी की सारी औरतें इतना सज-संवर के आई थी, कि उनको देखने वाले हर आदमी का लंड खड़ा हो जाता। दोस्तों जब बारात में मैं उनके साथ नाच रहा था, तब उनके चूचियों और गांड को दबाने का कई बार मौका मिला, और रात होते-होते मेरी हालत ऐसी हो गई थी, कि मुझे जाकर मुठ मारनी पड़ी।
दोस्तों उस दिन पहली बार मैंने सोचा कि अगर मुझे अपने घर की औरतों की चुदाई करने का मौका मिल जाये, तो बहुत अच्छा हो। दोस्तों घर की औरतों को चोदने के बहुत फायदे हैं। सबसे पहला, जब चाहो जहां चाहो तुम उनको चोद सकते हो।

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दूसरा फायदा यह है कि किसी को शक नहीं होता। मुझे चुदाई का बहुत शौक है। लेकिन मैं हमेशा इस बात का ध्यान रखता हूं कि चुदाई के चक्कर में कभी किसी लफड़े में ना फंस जाऊं। इसलिए दोस्तों मैंने यह ठान लिया था कि अब घर की औरतों को चोद कर ही रहूंगा।
अब दोस्तों पहली समस्या यह थी कि शुरुआत कैसे की जाये। क्यूंकी सब कुछ इसी बात पर निर्भर करता था कि अगर सबसे पहले गलत औरत को चोदने की कोशिश की, और उसने सबको बता दिया, तो मेरी जिंदगी के लोड़े लग जायेंगे। इसलिए दोस्तों बहुत सोच विचार करने के बाद मैंने अपनी मां से चुदाई की शुरुआत करने की सोची।
सबसे पहले मां को चुनने के कुछ कारण थे। पहला यह है दोस्तों कि एक तो मां के नज़दीक आना सबसे आसान होता है। अगर कुछ गलत भी हो तो बचने का तरीका है। कई सारे बहाने होते हैं। और दूसरी सबसे जरूरी बात, कि अगर कुछ उल्टा-सीधा हो भी जाये तो मां तुम्हारी कभी किसी को बताएगी नहीं।
अब दोस्तों मैं आप सब को थोड़ा अपनी मां के बारे में बता देता हूं। मेरी मां का नाम आशा है उम्र 43 साल है। मेरी मां की चूचियां 36D की है, कमर 32″ की, और गांड 34″ की। गांड उसकी थोड़ी कम है। यह जब मैंने नोटिस किया तो मुझे लगा कि शायद पापा गांड कम मारते होंगे।

दोस्तों मेरी मां थोड़ा मॉडर्न टाइप की है। बहुत ज्यादा मॉडर्न भी नहीं है। इसलिए बिल्कुल ही घर में जीन्स टॉप नहीं पहनती है। वो घर में सूट में या मैक्सी में रहती है। पर
बाहर कार्यक्रम में साड़ी पहनती है। मेरे पापा की मेडिकल की दुकान है।
मम्मी-पापा के अलावा हमारे घर में दो बहने हैं। एक बड़ी है उसकी उम्र 23 साल थी उस समय। दोस्तों याद रखना 4 साल पहले कि बात है ये। तब मेरी बड़ी बहन की शादी हो चुकी थी। दूसरी बहन मुझसे
एक साल छोटी है, और उसको पढ़ने के लिए बाहर रखा हुआ था। मेरा कॉलेज का फर्स्ट ईयर था तो उस समय
दोस्तों घर में केवल 3 लोग हुआ करते थे मम्मी, पापा, और मैं।
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पापा सुबह दुकान चले जाते थे। मैं कॉलेज चला जाता था। फिर मम्मी घर पर अकेली होती थी। जब कभी मैं कॉलेज नहीं जाता था, तो घर पर मम्मी और मैं होते थे। अब दोस्तों सबसे पहली समस्या
तो यह थी कि मम्मी को चुदाई के लिए तैयार कैसे करें? इसके लिए यह जानना जरूरी था कि मम्मी की ढंग से चुदाई होती थी या नहीं।

दोस्तों अब मैंने मम्मी पापा को रात को नोटिस करना शुरू किया। लगभग 15 दिन में मुझे यह समझ में आ गया कि ये दोनों चुदाई तो लगभग हर तीसरे दिन करते थे, लेकिन मम्मी के ठंडा होने से पहले ही पापा झड़ जाते थे।
इसका यह मतलब तो साफ था दोस्तों कि मम्मी के अंदर आग बची रहती थी। इसका एक कारण यह भी था दोस्तों की पापा की उम्र 50 साल थी, और मम्मी की 43। दोस्तों मुझे लगभग शादी से आए हुए 2 महीने भी चुके थे, और मैं अभी तक कोई तरीका नहीं ढूंढ पाया था कि अपनी मां को चुदाई के लिए तैयार कैसे करुं।
फिर एक दिन मेरी मां की कुछ सहेलियां घर पर आई हुई थी। मेरी मां और उनकी चार पांच सहेलियों का एक ग्रुप था। दोस्तों यह लोग हर कुछ दिन में एक-दूसरे के घर पर मिलती थी। यह उस टाइम पर मिलती थी जब उनके पति घर पर नहीं आते। तांकि खुल कर बात कर सके। दोस्तों मैंने सोचा की चलो आज इनकी बातें सुनी जाये। देखे ये कैसी बातें करते हैं।
शुरुआत में तो दोस्तों फालतू बातें कर रही थी अपने घर परिवार की, जो सब औरतें करती है। लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे उनकी बातो में खुलापन आने लगा। धीरे-धीरे वो अपनी पर्सनल बातें करने लगे। इन सब औरतों की बातो में एक बात तो समान थी कि दोस्तों यह सब उनके पति से खुश नहीं हो पा रही थी, और इसका एक कारण यह था कि दोस्तों इन सब के पति की उम्र इनसे 7-8 साल ज्यादा थी।
दोस्तों इनकी बात-चीत में इन लोगों ने यह बात पर भी चर्चा की कि अगर हम बाहर भी चुदाई करा ले, तो अपने आप को तो ठंडा कर सकते हैं। लेकिन इन लोगों ने उस विचार को ही खत्म कर दिया क्यूंकि यह सब बदनामी से डरती थी। इसी बातचीत में मेरी मां ने एक बात बोली। जिसको सुनने के बाद मुझे लगा कि मेरा काम बन जायेगा।
मेरी मां ने क्या कहा, और आगे क्या हुआ, ये आपको कहानी के अगले पार्ट में पढ़ने को मिलेगा। अगर आपको कहानी पढ़ने का मज़ा आया हो, तो अपनी फीडबैक जरूर दीजियेगा। कहानी पढ़ने के लिए धन्यवाद।
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