विधवा माँ को लेस्बियन सेक्स करने के लिए उकसाया – Lesbian Sex Story

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Lesbian Sex Story में 41 साल की सेक्सी विधवा माँ का बलात्कार करा समलैंगिक बेटी ने अपनी नंगी माँ के साथ जबरदस्ती लेस्बियन सेक्स करा कुंवारी समलैंगिक बेटी ने maa beti sex story : हेल्लो हिंदी सेक्स कहानियों के शौकीन दोस्तों कैसे हो आप सभी…???

मैं तो बहुत अच्छी हूँ और उम्मीद करती हूँ की आप सभी भी बहुत ही ज्यादा अच्छे होंगे और अपने सेक्स पार्टनर के साथ चुदाई को फुल एन्जॉय कर रहे होंगे.

दोस्तों मेरी विधवा माँ के साथ अवैध समलैंगिक शारीरिक सम्बन्ध वाली आज की इस Lesbian Sex Story को शुरू करने से पहले मैं पहले मेरा और मेरे परिवार का एक छोटा सा परिचय दे देती हूँ.

सबसे पहले पेश है मेरा परिचय दोस्तों मेरा नाम श्वेता शर्मा है और मेरी उम्र 20 साल है.

मैं एक कुंवारी और वर्जिन समलैंगिक लड़की हूँ.

दोस्तों यदि आप को समलैंगिक के बारे में पता नहीं है तो मैं बता देती हूँ समलैंगिक उसे कहते हैं जब समान लिंग के लोगों के बीच यौन संबंध हों और वो आपस में मिलकर सेक्स करें, चाहे वे दो या दो से अधिक पुरुष हों या महिलाएँ.

समलैंगिक बेटी ने माँ के साथ जबरदस्ती लेस्बियन सेक्स करा Maa Beti Lesbian Sex Story

हमारे घर में बस हम माँ बेटी दो ही जने रहते हैं.

मेरे कोई भाई बहन नहीं हैं.

मेरी माँ को ज्यादा दिनों तक मेरे पापा जी के लंड से अपनी फुद्दी और गांड चुदवाने का सुख नहीं मिला.

क्योंकी जब मैं एक साल की छोटी बच्ची थी तभी मेरे पापा गुजर गए थे.

इस वजह से मेरे माँ के कोई और बच्चा नहीं हुआ.

इस जालिम दुनिया में जहाँ अकेली महिलाओं को गन्दी नजरों से देखा जाता है वहां पर मैं और मेरी माँ हम दोनों एक दुसरे का सहारा थे.

मैं दिखने में बिलकुल मेरी माँ पर गई हूँ.

ऐसा मैं नहीं बल्कि हमारे सारे रिश्तेदार और पड़ोसी बोलते हैं.

मेरी माँ बहुत सुन्दर है इस लिए दिखने में मैं भी बहुत ज्यादा सुंदर हूँ.

मेरे पुरे शरीर में मेरे बड़े बड़े ब्रेस्ट सबसे ज्याद आकर्षित हैं.

मेरे बड़े बड़े ब्रेस्ट बहुत ही ज्यादा बड़े बड़े हैं और मेरी गांड भी बहुत ज्यादा मोटी और गरम है. वैसे तो मेरा एक बॉयफ्रेंड भी है लेकिन मुझे मेरी खूबसूरत और सेक्सी माँ में ही रूचि थी जो इस और इशारा करती है की मै एक लेस्बियन लड़की हूँ.

अभी मेरी विधवा माँ की उम्र 41 साल है.

लेकिन वो साली ऐसी सेक्सी और गरम माल लगती है की उन्हें देखकर हमारे अड़ोस पड़ोस में रहने वाले आदमी और जवान लड़के उनके साथ सेक्स करने के सपने देखते हैं.

हम दोनों माँ बेटी एक दुसरे की बहुत अच्छी सहेलियाँ थी.

इस लिए हमेशा अपनी सभी बातें एक दूसरे के साथ शेयर करते है.

क्यों की हम दोनों माँ बेटी की उम्र में कुछ ज्यादा अंतर नहीं था तो हम कभी कभी मनोरंजन के लिए ऐसे ही थोड़ी बहुत अशलील और गन्दी गन्दी बातें भी कर लिया करते थे.

एक दिन जब हम माँ बेटी एक साथ बैठकर बातें कर रहे थे तो मेरी माँ ने मुझसे मेरे बॉयफ्रेंड के बारे में पूछा की बेटी किसी लड़के से दोस्ती करी के नहीं करी अभी तक.

मैंने मेरी माँ को बताया की हाँ माँ अभी मेरी एक लड़के से दोस्ती हुई तो है.

मगर अभी हम दोनों के बिच कुछ ज्यादा नजदीकियाँ नहीं हुई हैं.

वो तो चाहता है मगर मुझे ही उसके अंदर ज्यादा रूचि नहीं है.

फिर बातों बातों में हम दोनों सेक्स पर आ गए और फिर मुझे पता नहीं क्या हुआ और मुझसे रहा नहीं गया और मैंने मौका देखकर बात छेड़ ही दी..

फिर मैंने मेरी विधवा माँ से बोला कि क्यों हम दोनों भी तो मज़े कर सकते है?

तो मेरी माँ मुझे बड़ी हैरान सी निगाहों से मुझे देखने लगी.

तो मैंने बोला कि मैंने आपको कभी बताया नहीं.. लेकिन मुझे लड़कों में नहीं बल्कि लड़कीयों में ज्यादा रूचि है मतलब मैं एक समलैंगिक हूँ.

फिर मैंने मेरी माँ को बताया की माँ मुझे ख़ास तौर से आप में बहुत जायदा रूचि हैं और मैं आपको अपना जीवन साथी बनाना चाहती हूँ.

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तभी मेरी माँ हंसने लगी और बोली कि चल पागल.. ऐसा अजीब मज़ाक मत कर.

तो उस समय मेरी भी हिम्मत की माँ चुद गयी और में भी हंसकर मेरी विधवा सेक्सी माँ से बोली कि हाँ में मज़ाक कर रही थी माँ.

फिर में वहाँ से उठकर आ गयी और उसके बाद से मेरी मेरी माँ में रूचि और भी बढ़ गई और मुझे सपनों में भी मेरी माँ की फुद्दी दिखने लगी.

फिर एक दिन मेरी माँ कपड़े धोकर बाहर आई तो वो बिल्कुल पसीने से भीगी पड़ी थी और मेरी खुबसुरत और सेक्सी माँ ब्रा का हुक दिख रहा था.. क्योंकि वो हमेशा ढीला टॉप और जीन्स पहनती थी.

मेरी तो उनके ऊपर से नज़र हट ही नहीं रही थी और में मन ही मन मेरी विधवा माँ को सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में सोचने लगी.

तभी मेरी सेक्सी माल माँ की नज़र मुझ पर पड़ी और वो बोली कि क्या हुआ ऐसे क्या देख रही हैं मुझे?

तो में बोली कि वो.. वो.. वो में कह रही थी कि आप नहा लो बहुत गर्मी हो रही है.

वो तभी बाथरूम में नहाने चली गयी.

मुझे मेरी विधवा माँ को नंगी देखने का बहुत दिल कर रहा था मगर बाथरूम में कहीं भी अंदर झाँकने की जगह नहीं थी.

बाहर मेरी विधवा माँ ने अपने कपड़े उतार कर सूखने के लिए छोड़ दिए थे.

मेरी विधवा माँ के कपड़ों को देखकर मेरे अंदर की समलैंगिक लड़की जाग गयी और फिर मैंने मेरी माँ की ब्रा और पेंटी उठाई और अपने बेडरूम में ले जाकर उन्हे सूँघा और अपनी वर्जिन फुद्दी में दो उँगलियाँ डाली और हस्तमैथुन करने लगी..

मेरी फुद्दी का सारा रस मैंने मेरी माँ की पेंटी पर लगा दिया और हस्तमैथुन करने के बाद मैंने वापस माँ की ब्रा और पेंटी वहीं पर चुपचाप ला कर रख दी.

फिर थोड़ी देर बाद मेरी माँ टावल बाँधकर बाहर आई और अपने कपड़े उठाने लगी.

तो उसने पेंटी को देखा और वहीं छोड़ दिया और वो कपड़े बदलने गयी तो में उसके पीछे पीछे चली गयी.

वो अपने बेडरूम में जाकर कपड़े बदलने लगी..

लेकिन उनके बेडरूम का दरवाजा अच्छी तरह से बंद नहीं होता था तो में बाहर से उसे देखने लगी..

उसने टावल उतारा तो मेरी आखें फटी की फटी रह गयी वाह क्या फिगर है?

मेरी फुद्दी में से बिना कुछ करे ही धीरे धीरे पानी बाहर आने लगा और मेरी पेंटी गीली होने लगी उसको देखकर में अब बहुत गरम और चुदासी हो चुकी थी.

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बहुत तेज गर्मी थी इस लिए मेरी माँ ने अपने गरम जिस्म पर एक स्कर्ट और शर्ट पहन ली और वो भी बिना पेंटी और ब्रा के और फिर वो बाहर आ गयी.

मेरी 41 साल की सेक्सी विधवा माँ की स्कर्ट उनके घुटनो से ऊपर तक थी..

लेकिन में मौके के इंतज़ार में घूमती रही कि कब वो बैठे और में स्कर्ट के नीचे से उनकी चुत देख सकूं.

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फिर वो हॉल में आकर टीवी के सामने बैठ गयी और में मेरी सेक्सी विधवा माँ की तरह मुहं करके बैठ गयी और उस साली की टाँगें खुलने का इंतज़ार करने लगी.

तभी मेरी माँ की नज़र मुझ पर पड़ी और में तब भी उस सेक्सी महिला की टांगों की तरफ़ देख रही थी फिर भी वो कुछ बोली नहीं..

मेरी माँ को मेरी हरकत देखकर मुझ पर शक होने लगा था तो थोड़े देर बाद वो साली कुतिया वहाँ से उठकर चली गयी.

फिर कुछ दिनों तक यह सिलसिला ऐसे ही चलता रहा और मेरी माँ का शक धीरे धीरे यकीन में बदल गया की मैं मेरी 41 साल की खूबसूरत और सेक्सी विधवा माँ के साथ सेक्स करने की फिराक में हूँ.

फिर एक दिन मेरी माँ मुझसे हंसकर कहने लगी कि मैंने कभी सोचा नहीं था कि में कभी मेरी जवान कुंवारी बेटी से यह बात कहूँगी.. लेकिन आज कल तेरी नज़र मेरे उप्पर कुछ बदली बदली सी लगने लगी है तेरे इरादे मुझे कुछ ठीक नहीं लगते हैं.

मुझ कुंवारी और वर्जिन लड़की के ऊपर तो मेरी गरम और सेक्सी माँ के उनकी मर्जी से या फिर जबरदस्ती लेस्बियन सेक्स करने का भूत सवार हो रहा था और में कुछ सोचे बिना मेरी सेक्सी और खूबसूरत माँ के बिल्कुल करीब आ गयी .

मेरी माँ चुपचाप खड़ी खड़ी बिना पलकें झपकाए मुझे एक टक देखती रही.

फिर मैंने धीरे धीरे अपने होंठ मेरी माँ के होठों से टच कर दिया और वो लम्बी लम्बी सांसे लेनी लगी .

फिर कुछ मिनट के बाद वो मुझे धक्का देकर चली गयी और बोलने लगी कि पागल हो गयी है क्या…?

माँ बेटी के बिच यह सब ग़लत है.

फिर उसके बाद बहुत दिनों तक वो यही कहती रही कि बेटी यह ग़लत है..

लेकिन मेरी माँ भी क्या करती वो भी तो कई बरसों से सेक्स की प्यासी थी.

एक दिन में नंगी होकर बाथरूम में नहा रही थी.

दोस्तों में कभी भी नहाते वक्त बाथरूम का दरवाजा अंदर से बंद नहीं करती क्योंकि घर में सिर्फ़ हम दोनों महिलाएं ही थे.

मेरी माँ का ध्यान नहीं था और वो अचानक से बाथरूम में घुस आई अंदर घुसते ही वो मुझे नंगी देखकर खड़ी की खड़ी रह गयी .

अपनी मोटी मोटी आँखे फाड़ फाड़ कर मुझे देखती रही.

फिर मेरी माँ मेरे और पास आई और पास आकर किसी जंगली कुतिया की तरह मुझे जगह जगह चुम्मा चाटी करने लगी.

करीब पांच मिनट तक हम माँ बेटी एक दुसरे के साथ चुम्मा चाटी करते रहे और फिर वो रुक गयी.

तो मैंने बोला कि क्या हुआ माँ आप रुक क्या गए आप को मजे नहीं आ रहे क्या अपनी इस जवान और खूबसूरत बेटी के साथ?

तो फिर शरमाते हुए मेरी माँ बोली की मजे तो बहुत आ रहे हैं मगर अभी के लिए बस और नहीं और फिर वो वहाँ से चली गयी.

में भी टावल डालकर बाहर आई तो देखा मेरी विधवा माँ बाहर बैठी थी और अपने हाथों से अपने बूब्स हलके हलके सहला रही थी.

मैं समझ गयी की आज तो मुझे नंगी देखकर मेरी माँ गरम हो गयी है.

मैंने फिर से पूछा कि क्या हुआ माँ…?

तो वो बोली कि मुझे यह सब नहीं करना है और में उसके पास बैठ गयी और बोला कि बहुत मज़ा आएगा..

छोड़ो ना अब यह सब नखरे.

तो वो बोली कि क्या मज़ा?

तू क्या कोई मर्द है?

तो में बोली कि अच्छा चलो अपनी कोई सेक्स में सोच बताओ कि तुम क्या चाहती हो? और में उसे पूरा करूँगी.

फिर चुदास से भरी मेरी माँ सोचने लगी और शरमाने लगी और धीरे से बोली कि कोई मुझे पकड़ कर मेरे साथ जबरदस्ती सेक्स करे.

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तो में बोली कि चलो बलात्कार का रोल प्ले करते है और में आज आप के साथ जबरदस्ती सेक्स करूँगी.

फिर मेरी माँ कुछ टाईम तक तो ना ना करती रही और फिर बाद में बलात्कार का रोल प्ले करने के लिए मान गयी.

मैंने बोला कि हम बलात्कार का रोल प्ले ऐसे नहीं ढंग से करेंगे जो बिलकुल वास्तविक लगे.

मैंने मेरी माँ से बोला की आप अपने इस सेक्सी जिस्म पर साड़ी पहनना में आदमी के कपड़े पहनूंगी और आप की गांड और फुद्दी की चुदाई करने के लिए नकली लंड वाला सेक्स खिलौना लगा लूँगी.

फिर मेरी माँ ने बलात्कार का रोल प्ले करने के लिए साड़ी पहन ली और मैंने मेरे पापा के पड़े पुराने कपड़ों में से उनका एक कोट पेंट पहन लिया.

मेरे पापा का सूट मुझे बिल्कुल फिट आया और फिर मैंने मेरी विधवा माँ को बोला कि आप किचन में खड़ी हो जाओ..

में गेट के पास से आऊंगी और यह सोचना कि आज आपका सच में बलात्कार हो रहा है.

मेरी चुदाई की प्यासी माँ को पूरा रोल प्ले समझाकर मैं गेट के पास चली गयी और फिर भागकर आई और मेरी माँ को पकड़ लिया और वो जोर जोर से चिल्लाने लगी बचाओ… बचाओ…..

मैंने मेरी माँ का ब्लाउज पकड़ा और उतारने की कोशिश की तो वो छूटकर भागने लगी.

मैंने उसको पकड़कर एक जोर से थप्पड़ मारा वो नीचे गिर गयी और बिल्कुल फिल्म की हिरोईन की तरह कहने लगी कि भगवान के लिए मुझे छोड़ दो मेरी इज्जत मत लूटो.

मैं कहीं मुह दिखने के काबिल नहीं रहूंगी.

लेकिन मैंने उनपर बिलकुल भी रहम नहीं करा और फिर सेक्स करने के लिए मैं मेरी माँ को बालों के बल खींचकर बेडरूम में ले गयी और दरवाज़ा अंदर से बंद कर दिया.

अब मेरी माँ मेरे सामने अपने दोनों हाथों को जोड़े खड़ी थी .

अपनी इज्जत बचाने के लिए भीख मांग रही थे.

मैंने उनकी एक नहीं सुनी .

मेरी माँ के ब्लाउज को खिंच कर फाड़ डाला और फिर उनके जिस्म पर जगह जगह ज़बरदस्ती चिम्मा चाटी  करने लगी.

वो मुझे धक्का दे रही थी और मेरी पकड़ से छुटने के लिए तड़प रही थी.

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मैंने मेरी माँ के गाल पर एक और जोर का थप्पड़ मारा वो जोर जोर से अपना गला फाड़ फाड़कर रोने लगी.

मैंने उसे पकड़ कर उसके सारे कपड़े फाड़ दिए.

अपने कपड़े भी उतार दिए .

अपनी पेंटी उसके मुहं में डाल दी और सीधा एकदम से पूरा 12 इंच का मेरा नकली लंड रूपी सेक्स टॉय मेरी सेक्सी माँ की फुद्दी में पूरा का पूरा एक बार में ही घुसा दिया.

काले मोटे लंड का जैसा 12 इंच लम्बे और चार इंच मोटे सेक्स टॉय का मेरी माँ की चुत में घुसते ही वो साली कुतिया बहुत जोर से चिल्लाने लगी.

उनकी दर्द भरी चीखें सुनकर मेरा जोश और ज्यादा बढ़ गया और मैंने उनकी चुत की चुदाई करना प्रारंभ करा.

फिर करीब 30 मिनट तक उन्हें चोदने के बाद मैंने उस साली कुतिया को गांड मारने के लिए उल्टा कर दिया .

फिर मैं मेरी माँ से बोली कि अब रंडी तेरी गांड में मेरा लंड पेलूँगा और तेरी गांड को बहुत जोर जोर से चोदूंगा.

आज तेरी गांड फाड़ डालूँगा और तेरा टट्टी करना दुशवार कर दूंगा.

गांड मारने की बात सुनकर मेरी नंगी माँ बिल्कुल सहम गयी और बोली कि नहीं.. नहीं.. नहीं मेरी गांड मत मारना.

मेरी गांड आज तक बिलकुल वर्जिन हैं.

मैंने आज तक किसी का भी लंड मेरी गांड में नहीं लिया है.

वर्जिन गांड सुनते ही मेरे उप्पर जंगली जानवर सवार हो गया .

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फिर मैंने मेरी विधवा माँ की मोटी गांड पर चार पांच बहुत ही ज्यादा जोर जोर से खींचकर थप्पड़ मारे तो उस साली की मोटी गांड टमाटर की तरह लाल लाल हो गई.

समलैंगिक बेटी ने माँ के साथ जबरदस्ती लेस्बियन सेक्स करा Antarvasna Sex Stories

गांड मरवाने से पहले मेरी नंगी विधवा माँ बहुत ज्यादा जोर ज़ोर से चिल्लाने लगी.

मैंने थूक लगाकर नकली लंड वाला सेक्स खिलौना मेरी माँ की गांड के छेद पर लगाया और मेरी माँ की गांड में एक जोर के धक्के के साथ लंड जैसा सेक्स खिलौना आधा अंदर कर दिया .

कुछ समय के लिए रुक गयी क्यों की मेरी माँ को अपनी वर्जिन गांड चुदवाने में बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था और वो जोर जोर से रोने लगी थी.

फिर थोड़ी देर बाद जब मेरी माँ की वर्जिन गांड का दर्द कम हुआ तो उन्होंने रोना बंद कर दिया.

फिर मैंने धीरे धीरे पूरा नकली लंड मेरी माँ की गांड के अंदर कर दिया और गांड को जोर जोर से चोदने लगी.

दोस्तों ऐसे ही मैंने मेरी माँ की गांड को करीब एक घंटे तक बड़े मजे से चोदा.

मेरी विधवा माँ की गांड मारते मारते अब मैं बहुत ही ज्यादा थक गयी थी और में थककर मेरी माँ के ऊपर ही लेट गयी.

फिर हम माँ और बेटी ने एक किस किया और मेरी माँ बोली कि आज तो मज़ा आ गया मेरी प्यारी समलैंगिक बेटी तुम्हारे साथ लेस्बियन सेक्स करने में.

लेस्बियन सेक्स करने के बाद हम दोनों माँ और बेटी वहीं पर बिना कपड़े पहने नंगे ही सो गये. उस दिन का दिन हैं और आज का दिन हैं हम माँ बेटी रोज दिन में कम से कम चार पांच बार लेस्बियन सेक्स करते हैं.

अब तो मेरी विधवा माँ भी अपने आप को समलैंगिक महिला समझने लग गयी हैं और वो सेक्स के दौरान मेरा पूरा पूरा साथ देतीं हैं.

12 इंच लम्बे और चार इंच मोटे नकली लंड रूपी सेक्स टॉय से कभी वो मेरी गांड और चुत की चुदाई करती हैं तो कभी मैं उनकी गांड और चुत की चुदाई करती हूँ.

दोस्तों हम समलैंगिक माँ बेटियों की चुदाई की यह हिंदी कहानी यदि आप को पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करना.

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