कॉलेज की पढ़ाई होने के दौरान मेरा कैंपस प्लेसमेंट में सिलेक्शन हो चुका था मैं जॉब करने के लिए बेंगलुरु चला गया बेंगलुरु में काफी समय तक जॉब करने के बाद मैं दिल्ली की कंपनी में जॉब करने लगा क्योंकि दिल्ली में ही मेरा घर है इसलिए अपने परिवार के …
राघव और मैं हमारे ऑफिस के कैंटीन में बैठे हुए थे हम लोग उस वक्त लंच कर रहे थे मैंने राघव से पूछा राघव सब कुछ ठीक तो चल रहा है तो वह मुझे कहने लगा कि सोहन तुम्हें क्या बताऊं कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। वह बहुत …
मेरा परिवार गांव में ही रहता है मैं हरियाणा का रहने वाला हूं गांव में हम लोग खेती बाड़ी करके अपना गुजारा चलाते हैं। पिताजी भी अब बूढ़े होने लगे थे और मैंने भी जैसे तैसे अपनी पढ़ाई पूरी कर ली थी लेकिन वह चाहते थे कि मैं किसी अच्छी …
मैं अपने ऑफिस की ट्रेनिंग के लिए कुछ दिनों के लिए बेंगलुरु जा रहा था कुछ दिनों पहले ही मैंने अपना ऑफिस ज्वाइन किया था और करीब 10 दिनों की मेरी बेंगलुरु में ट्रेनिंग थे और उसके बाद मुझे वापस पुणे में ही ज्वाइन करना था। मैं अपना सामान पैक …
मेरी दोस्ती रजत के साथ अपने कॉलेज के दिनों में हुई थी रजत और मैं काफी अच्छे दोस्त बन गए, हम दोनों की दोस्ती काफी ज्यादा गहरी हो चुकी थी। रजत और मेरे बीच बिजनेस को लेकर भी पार्टनरशिप हो चुकी थी हम दोनों साथ में ही बिजनेस कर रहे …
हर रोज की तरह मैं अपने ऑफिस से घर लौट रहा था मैं शाम के 6:30 बजे अपने ऑफिस से निकला और मैं जब अपनी कॉलोनी के पास पहुंचने ही वाला था तो एक मोटरसाइकिल सवार लड़का जो की बड़ी तेजी से आ रहा था उसने मेरी मोटरसाइकिल को टक्कर …
हमारे पड़ोस में कोमल रहा करती थी कोमल अपनी फैमिली के साथ रहती थी लेकिन कोमल के पिताजी ने अब नया घर खरीद लिया था और वह लोग दूसरी सोसाइटी में शिफ्ट हो गए थे। कोमल को मैं दिल ही दिल चाहता था लेकिन उसे मैं कभी अपने दिल की …
मेरे और पायल के बीच में अब कुछ भी ठीक नहीं चल रहा था क्योंकि पायल को मुझसे बहुत सारी शिकायत होने लगी थी जिससे कि मुझे भी लगने लगा कि अब मुझे पायल से अलग हो जाना चाहिए। पायल और मैंने फैसला कर लिया था की हम दोनों अलग …
घर की आर्थिक स्थिति बिल्कुल भी ठीक नहीं थी और मेरे ऊपर ही घर की सारी जिम्मेदारी आन पड़ी थी। पापा ही घर में काम आने वाले थे और उनकी तबीयत ज्यादा खराब रहने लगी थी इसलिए उनके इलाज में काफी ज्यादा खर्चा लग चुका था जिससे कि घर की …
दोस्तो नमस्कार, मेरा नाम संजय शर्मा है, आजकल दिल्ली में रहता हूँ, अच्छी नौकरी करता हूँ। आज पहली बार आपसे अपने कुछ अनुभव साझा करूँगा, अगर आपको पसंद आए तो आगे भी अपने और दोस्तों की लाइफ के अनुभव आपको हाजिर करूँगा। कुछ दिन पहले ग्रेटर कैलाश मार्केट में मेरा …