बचपन से ही घर में आए दिन मां पापा के झगड़े देखकर मैं परेशान हो गई थी मेरे शराबी बाप ने मुझे कभी अपनी बेटी समझा ही नहीं मेरी मां की जिंदगी तो उन्होंने पूरी तरीके से खराब कर ही दी थी लेकिन उसके बावजूद भी मां चाहती थी कि …
दिव्या मुझे कहती है कि भाभी जल्दी से तुम तैयार हो जाओ मैंने दिव्या को कहा बस थोड़ी देर बाद मैं तैयार हो जाऊंगी। दिव्या के कहने पर मैं उसके साथ शॉपिंग करने के लिए जा रही थी मैं तैयार हो चुकी थी और मैं शॉपिंग करने के लिए दिव्या …
मैं अपने घर से रेलवे स्टेशन रात के 9:00 बजे पहुंच चुका था और मैं ट्रेन का इंतजार कर रहा था ट्रेन थोड़ी देर में आने ही वाली थी। मैं जिस सीट पर बैठा हुआ था उसी सीट में आकर एक लड़की बैठी वह बहुत ही खूबसूरत थी मैं उसे …
मैं कार चलाते वक्त फोन पर बात कर रहा था और मेरा ध्यान सिर्फ फोन पर बात करने पर ही था। मैं अपने दोस्त से फोन पर बात कर रहा था तभी आगे से अचानक से एक बुजुर्ग व्यक्ति आ गये मैं गाड़ी संभाल नहीं पाया और गाड़ी उनसे जाकर …
मैं अपने ऑफिस से घर लौटा तो उस वक्त करीब 8:00 बज रहे थे मैं जब घर पहुंचा तो घर पहुंचते ही मां ने मुझे कहा कि राजेश बेटा तुम मेरे साथ गुप्ता जी की दुकान तक चलो हम लोगों को वहां से राशन लेकर आना है मैंने मां से …
मै लखनऊ का रहने वाला हूं दिल्ली से ही मैंने अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी की थी और उसके बाद मैं दिल्ली में ही जॉब करने लगा। मैं जिस कॉलोनी में रहता था उसी कॉलोनी में मेरी मुलाकात संजना के साथ हुई संजना से धीरे-धीरे मेरी दोस्ती होने लगी थी …
मैं अपने ऑफिस के बाहर खड़ा था मेरे ऑफिस के बाहर जब मुझे शोभित मिला तो मैंने शोभित को कहा कि क्या तुम भी अब यही जॉब करने लगे हो। शोभित कहने लगा कि मुझे तो यहां जॉब करते हुए करीब एक महीना हो चुका है। शोभित हमारे सामने वाले …
वो शायद जून समाप्त या जुलाई शुरूआत की बरसात की रात थी। मैं और मेरी बीवी मेरठ से अपने एक रिश्तेदार के यहाँ से घुमकर अपने घर वापस आ रहे थे। कि अचानक बारिश होने लगी और हमने सोचा कि कहीं रूक जाएंगे पर रास्ते में कहीं कुछ नहीं और …
आकांक्षा और मैं एक दूसरे को पिछले 5 सालों से डेट कर रहे थे और हम दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे लेकिन आकांक्षा का बदलता हुआ व्यवहार हम दोनों के बीच में खटास पैदा कर चुका था और आकांक्षा मुझसे अलग होना चाहती थी ना जाने आकांक्षा …
दिल्ली में मेरी जॉब को लगे हुए अभी कुछ दिन ही हुए थे और मैं जिस कॉलोनी में रहता हूं वहीं पर पायल भी रहा करती थी पायल अपने परिवार के साथ रहती है और मैं उसे अक्सर आते-जाते देखा करता था। जब भी मैं शाम के वक्त ऑफिस से …