बेटे ने मेरी लेस्बियन फ्रेंड की चूत मारी- Hindi Sex Stories
- By : Sexkahani
- Category : Hindi Sex Stories, Hindi Sex Story, XXX Story in Hindi

दोस्तों मेरा नाम मीनू हैं और मेरी उम्र ३९ साल हैं। मेरा रंग गोरा, शरीर चौड़ा और बूब्स नुकीले हैं। मेरा फिगर ३८डी ३० ३८ हैं। मैंने अपने पति और सौतेले बेटे रोहन के साथ रहती हूँ।
मेरे पति एक बिजनेशमेन हैं और मुझसे एज में बहोत बड़े हैं और अब सेक्स उनसे हो नहीं पाता इसलिए आप मेरी हालत तो समझ ही गए होंगे।
मेरी एक नयी सहेली हैं नीलम जो की मेरे साथ लेस्बियन सेक्स करती हैं और घर से थोड़ी दुरी पर रहती हैं और मेरे घर भी आती रहती हैं लेस्बियन सेस करने के लिए। पहली बार उसने मेरी मालिश करते हुए मेरे साथ लेस्बियन किया था। वो भी एक मस्त इंसिडेंट है पर उसकी कहानी बाद में कभी कहूँगी।
सहेली ने अपने फ्रेंड से मेरी चूत का टांका भिड़ाया


उस दिन सुबह ११ बजे नीलम आई हुई थी तो मैं नाहा रही थी। निलम मेरा इंतजार करने लगी। तब मेरे पति घर पर नहीं थे। घर में मैं और रोहन ही थे। मैं नाहा के निकली और मैंने तोवेल पहना हुआ था।
मेरी दोस्त नीलम रूम में ही थी। उसकी एज ३५ साल हैं, फिगर ३६-३२-३८ हैं और उसकी हाईट ५ फीट ६ इंच हैं। और वो लेस्बियन सेक्स में एकदम एक्सपर्ट हैं। वो मेरा बड़ा ख्याल रखती हैं। उसको मैंने अपने बेडरूम में बुला लिया।
मैंने रूम बंध किया और नीलम ने मेरे पास आके तोवेल को निकाल दिया। और अब वो मुझे किस करने लगी। मैंने भी किस करते हुए उसकी सलवार का नाडा खोल दिया और उसके कपडे उतारने लगी।
वो मेरी चुन्ची चूसने में बीजी थी उसको वो सब से ज्यादा पसंद थी क्यूंकि वो बहुत बड़ी हैं ३८ की। मेरे बड़े दूध सुन्दर और सुदोल हैं और सब इसके दीवाने हैं।
वो निपल को चूस रही थी और दोनों हाथो ससे चुन्ची को मसल भी रही थी। मेरा हाथ उसकी पेंटी में था और मैंने उसके कलाईटोरिस को हिला रही थी उसने भी मेरी चूत में अपनी मिडल फिंगर डाल दी।
मैंने अपनी अलमारी से एक डिलडो और वायब्रेटर निकाला और नीलम की चूत में डिलडो घुसाने लगी और उसके हाथ में वायब्रेटर दे दिया। हम दोनों बेड में लेट गए।
वो मेरे दाने को रब कर रही थी और साथ में हम किस कर रहे थे। वो मेरे मेरी चुन्ची पर आ गई और चूसने लगी। हम लेट के मस्ती में डूबे हुए थे कुछ देर तक ऐसा ही करते रहे हम।
फिर हम ६९ पोज़ीशन में आ गए और साइड बाय साइड होक लेट गए। हम एक दुसरे की चूत में फिंगरिंग करने लगे। मस्ती अब बढती जा रही थी। फिर मैंने उसकी चूत में मोटा डिलडो डाला और वो मेरे दाने पर वायब्रेटर लगाने लगी।
हम दोनों मस्ती में दुबे हुए थे नीलम मेरी छुट और दाने को चाटने लगी तो मेरी आह्ह्ह निकलने लगी। मैं उसके दाने को चूस रही थी और साथ में उसकी चूत में डिलडो अन्दर बहार कर रही थी। नीलम का दाना बहुत बड़ा था और चूसने में बहुत मज़ा आ रहा था। जब भी मैं उसको चूसती थी नीलम सह नहीं पाती हैं और सिसकियाँ लेने लगती हैं।
इधर अचानक नीलम उठ के डोर के पास भागी तो मैं कुछ समझ नहीं पाई और डोर खोल के उसने रोहन को पकड़ लिया और रूम में खिंच ले आई। नीलम और मैं दोनों पुरे नंगे थे और नीलम बोली, ये हम दोनों को कीहोल से देख रहा था।
नीलम की चूत में डिलडो घुसा हुआ था और वो रोहन को पकड़े हुए थी। रोहन २१ साल का मेरा सौतेला बेटा हैं। वो हम दोनों को नंगे जिस्म को घुर रहा था, मैं बेड से उठ के आई और बोली की अब क्या करे?
नीलम बोली की देखो सालो का कैसा खड़ा हुआ हैं। उसने रोहन की शोर्ट निचे से खिंच दी और अंडरवेर को भी उतार दिया तो उसका लंड एकदम कडक था।
और रोहन का लंड काफी मोटा भी था। नीलम ने उसका मोटा लंड पकड लिया और बोली देख कैसे फनफना रहा हैं इसे। अब नीलम ने अपनी चूत के छेद से डिलडो को निकाल लिया और मुझे दे दिया।
और फिर वो निचे झुक के रोहन के लंड को अपने मुह में भर के चूसने लगी। वो उसका सुपाड़ा मुहं में दबा के चुस्से लगा रही थी और फिर देखते ही देखते उसने पुरे लंड को अपने मुहं में भर लिया और निचे के गोलों को भी चूस रही थी वो।
फिर उसने रोहन के लंड को अपनी मुठी में पकड़ के सहलाया और फिर वापस अपने मुहं में डाल के सक करने लगी। फिर उसने खड़े हो के रोहन के होंठो से अपने होंठो को लगा लिया और किस करने लगी, रोहन भी उसको किस कर रहा था और नीलम की चुन्ची भी दबा रहा था।
और वो निलम के निपल्स को उँगलियों से दबा के उससे खेल सा रहा था। इधर मैंने डिलडो को अपनी चूत में डाला और उसे अन्दर बहार करने लगी और दाने को डिलडो की नौक से सहलाने लगी। मेरी चूत में भी अब आग लग चुकी थी, नीलम ने उस से बोला की चुस बेटा आराम से दूध पी ले मेरा।
और फिर वो बोली देख तेरी मम्मी के दूध भी कितने बड़े हैं वो तुझे दूध पिलाएगी जा उसके पास। मेरे मन में भी खुजली हो थी की काश नीलम की बात मान के रोहन आके मेरे बूब्स को चूस दे।
फिर रोहन नीलम की नाभि को चूमने लगा और फिर निचे गया तो नीलम की थाइस को चूमने लगा और नीलम ने जांघ खोल दी तो वो अपना मुहं बीच में घुसा के चूत को चाटने लगा, नीलम आह आह कर पड़ी और बोली आराम से करो बेटे। वो नीलम की चूत में जबान घुसा के चाटने लगा, नीलम भी मस्ती में लेग्स को हिलाने लगी थी।
१० मिनिट्स तक यह चलता रहा, चूत चाटने का कार्यक्रम! नीलम को काफी मस्ती चढ़ गई थी। फिर रोहन ने नीलम के बगल में ६९ हो के लेटने के बाद उसकी कमर को पकड़ा और अपने मुह में उसकी गांड के छेद को ले लिया और उधर नीलम ने उसके लंड को अपने मुहं में ले लिया और चूसने लगी।
नीलम बोली ये तो एक्सपर्ट हैं और फिर उसका लंड चूसने लगी एक बार फिर से। वो नीलम की चूत पीछे से डौगी स्टाइल में चूसने लगा और उसकी एसहोल में फिंगर डाल के हिलाने लगा।
नीलम आह आह आउच करती ताहि। वो उसका एसहोल भी चाटने लगा और चूत में तेज फिंगर अन्दर बहार करने लगा, कुछ देर बाद नीलम का पानी निकलने लगा था और रोहन भी नीलम के मुह में ही झड़ गया। दोनों ने एक दुसरे के पानी को पी लिया।
रोहन का लंड अभी भी तना हुआ था और निलम उसको चुस्ती रही और रोहन भी नीलम की चूत का एक एक बूंद पानी पीता रहा। फिर नीलम उठी और रोहन भी उठा।
नीलम मिशनरी पोज़ में लेट गई और रोहन उसके लेग्स खोलने लगा और सुपाड़े को चूत पे रखा और रगड़ने लगा। नीलम बोली आह्ह्ह डाल दे रोहन मेरी चूत में अपना लोडा जल्दी से। रोहन ने जोर लगाया और चूत में लंड फिसल गया।
फिर रोहन आगे पीछे हो के नीलम को चोदने लगा। रोहन ने कुछ देर धीरे धीरे ऐसे ही हिलाया और फिर आगे को झुक गया और नीलम के ऊपर चला गया और निपल को मुह में दबा के जोरदार शॉट मारने लगा।
नीलम के लेग्स साइड में उठे हुए रोहन के शॉट्स से आगे पीछे हिल रहे थे। रोहन ने नीलम की बेक में निचे अपना हाथ डाला था और उसे पकड़ा हुआ था।
नीलम आँखे बंध कर के मज़ा ला रही थी और रोहन उसको चोद रहा था। नीलम की चुन्ची रोहन की चेस्ट में दबी हुई थी और रोहन झटको से पूरा बिस्तर हिला रहा था। कुछ देर बाद दोनों धीरे हो गए तो मुझे लगा दोनों झड़ गए होंगे पर रोहन अब भी रुका नहीं था।
उसने नीलम को घुमा लिया और अपने ऊपर कर लिया। नीलम उसके ऊपर लेटी हुई थी। उसके लेग्स साइड में खुले थे और लंड अन्दर बहार सरक रहा था।
रोहन फिर से स्पीड पकड़ के जोरदार स्ट्रोक मारने लगा और नीलम की बड़ी गांड हिलने लगी। उसकी बड़ी गांड से ठप ठप की आवाज आने लगी।
कुछ देर बाद नीलम ने उसकी चेस्ट पर हाथ रखे और रोहन आगे को उठा और नीलम को अपनी बाहों में भर के उसके दूध चूसने लगा और नीलम उसके लंड पर कूदने लगी, १० मिनिट्स वही चलता रहा तो नीलम थकने लगी।

रोहन ने नीलम को उठाया और फिर वो उसके पीछे चला गया। वो अपना लंड नीलम की गांड के छेद के पास से ले के चूत में दे बैठा। नीलम आगे की और झुकी और रोह न ने तुरंत नीलम की चूत में पूरा लंड घुसा दिया और अब वो उसे डौगी स्टाइल में चोदने लगा।
नीलम भी आऔऊऊउ ह्ह्हह्म्म्म करती रही। उसकी बड़ी गांड हिल रही थी और रोहन उसको पकड़े हुए थे। १० मिनिट्स तक उसने वैसे ही चोदा और फिर स्पीड तेज कर दी। अब ठप ठप की आवाज फीर से आने लगी।
यह आवाज सुन के मुझे बहुत ही उत्तेजना हो रही थी। काश मेरा सौतेला बेटा नीलम की जगह मेरी चूत को ऐसे मार रहा होता! मैंने डिलडो को और अन्दर डाला और हिलाने लगी।
नीलम थक चुकी थी और उसकी साँसे उखड़ चुकी थी, साली ने कस के अपनी चूत जो मरवाई थी जवान लंड से रोहन के। कुछ देर के बाद रोहन बोला, अह्ह्ह्ह आहाह्ह्ह ओह्ह्ह्हह ऊह्ह्हह्ह।
मैं समझ चुकी थी की मेरा बेटा पानी छोड़ने वाला था। और ऐसा ही हुआ, रोहन ने अपना लंड चूत से निकाला और फिर उसे नीलम की गांड के पास हिलाने लगा। एक मिनिट में ही आधा बोतल भर के वीर्य निकल के नीलम की गांड पर फ़ैल चूका था।
नीलम निढाल हो के निचे गिर पड़ी और रोहन ने लंड को निचोड़ के आखरी बूंद को भी उसकी गांड पर ही छोड़ा। फिर रोहन ने अपना लंड नीलम को चूसा के साफ़ करवाया और मेरी तरफ देखा। मेरी चूत में डिलडो था ही।
रोहन ने मुझे कहा, कल आप की बारी!
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