दीदी, मैं और उसका बॉयफ्रेंड- Group Sex Stories
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हाई फ्रेंड्स माय नेम इज विक्रांत एंड आई लिव इन मुंबई। टुडे आई वांट टू टेल अबाउट माय होर्नी सिस्सी, एंड आई विल टेल एवरीथिंग इन हिंदी! मेरी दीदी का नाम अनु हैं और वो मेरे से ४ साल बड़ी हैं।
दीदी को कोलेज के दिनों में सब गोदाम कह के बुलाते थे। जब मैं छोटा था तब मुझे पता नहीं चला की ऐसा क्यूँ। लेकिन जैसे जैसे उम्र बढ़ी और दीदी की गन्दी हरकतें देखी तो मैं समझ गया की यह तो लंड के गोदाम की बात थी।
मेरी दीदी इतनी हरामी हैं की उसने मुझे भी नहीं छोड़ा। वो मेरे लंड के निचे भी सो चुकी हैं। और तो और उसने मेरे हरेक दोस्त के साथ भी सेक्स किया हुआ है। आज की यह चोदन क्रिया मेरी दीदी और मेरे कोलेज के एक दोस्त अब्राहम की हैं।
अब्राहम एक हॉट लड़का हैं जो जिम में जा के अपनी बोडी को बनाता हैं। उसके सुडोल शरीर को देख के एक दिन दीदी ने कहा अरे विकी तेरे दोस्त को कभी घर पर तो बुला।
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मैंने समझ चूका था की यह कहने में दीदी की क्या मंशा थी।
मैं चुप रहा तो दीदी ने कहा, समझता हैं न तू।
मैं बेबस था क्यूंकि दीदी के पास मेरी सेक्स टेप थी और वो मुझे ब्लेकमेल कर रही थी। उसने खुद ने मुझे कामवाली शांति के ऊपर चढाया था और फिर चुपके से मेरी और कामवाली के चोदन की टेप बना ली थी। अब मैं करता भी तो क्या करता, दीदी के लिए लंड खोज के लाने का जिम्मा मेरे ऊपर था जो मुझे मज़बूरी में करना पड़ता था।
अब्राहम के साथ मैंने दीदी के लिए दोस्तों बढ़ा दी और उससे अपने घर पर बुलाने लगा। दीदी जानती हैं की लड़के को क्या दिखा के पटाना हैं। कुछ ही दिनों में अब्राहम मेरे दोस्त की जगह मेरा जीजा हो गया, समझ गए ना!
दीदी ने एक बार मुझे कहा, तेरा दोस्त तगड़ा हैं यार।
मैंने कहा, अच्छा!
हां, और उसे थ्रीसम पसंद हैं, तू ज्वाइन करेगा!
मैंने कहा, नहीं दीदी प्लीज़।
अरे चल न मजा आएगा, उसे थ्रीसम फेंत्सी हैं और घर में ही कर लेंगे, मैंने तो उसे हाँ कह दिया हैं की तू मान जाएगा।
साली रंडी कहीं की, मेरा हाँ भी बोल चुकी थी। मेरे पास वैसे चोइस कम ही रहती थी, छोटा था और दीदी मुझे खूब दबाती थी।
उसी शाम को दीदी ने मुझे वहट्सएप्प किया की ऊपर आ जा। मैं दीदी के बेडरूम में गया तो अब्राहम पढाई के बहाने वहाँ पहले से आया हुआ था। दीदी ने उसके लिए कोफ़ी भी बना रखी थी। मुझे देख के उसने मुझे हाथ से वेव किया।
मैंने भी हाथ हिला के सेम जेस्टर दिया। अब्राहम की बगल में बैठा तो अब्राहम ने मेरे कंधे पर हाथ रख के कहा, थेंक्स फॉर एवरीथिंग।
साला घंटा, तेरी माँ को चोदुं, मेरी बहन चोद के मुझे थेंक्स बोलता हैं, मन तो किया की यह सब कह दूँ लेकिन नहीं कह सका मजबूर जो था।
दीदी ने खड़े हो के दरवाजा बंध किया और फिर मेरी और देख के हंस पड़ी।
दीदी की टाईट टी-शर्ट में उसके बूब्स बड़े ही हॉट लग रहे थे। उसने मेरे बगल में बैठ के अब्राहम से कहा, यु नो वी हेव बिन डूइंग थिस फॉर सो लॉन्ग नाऊ।
ओह यस, आई नो योर ब्रो इस अ फुल बहनचोद।
यह सुन के दोनों हँसे लेकिन मैं हंसने की एक्टिंग ही करने लगा।
अब्राहम ने कहा, तुम लोग करो मैं देखता हूँ।
साला मुझे बहनचोद कह के मेरी दीदी को चुदते देखना चाहता था। वैसे दीदी भी कम मादरचोद नहीं थी। उसने अपना चोदन इस भडवे को दिखाने का थान ही लिया था जैसे। टी-शर्ट को निकाल के साइड में फेंकने में उसने एक मिनट भी वेस्ट नहीं किया।
उसकी बड़ी चुंचियां काली ब्रा में कैद थी, जैसे की दो छोटे साइज़ के तरबुच भर दिए हो किसी ने कपडे में। दीदी को पहले भी चोदा था और अब उसके बूब्स को देख के मेरा लंड भी टाईट हो गया। मैंने अपनी ज़िप खोली और अब्राहम ने दीदी को इशारा किया।
अनु दीदी मेरे पास आई और निचे झुक गई। मेरे सारे बदन में ठंडक सी पड़ गई जब उसने लंड को मुहं में भर लिया। आह कर गया मैं और दीदी ने एक ही झटके में पुरे लंड को लोलीपोप की तरह अन्दर कर लिया।
बाप रे अब्राहम ने भी दूसरी साइड पर अपना लंड निकाल लिया था। उसका मेरे से बड़ा था तभी दीदी उसके ऊपर मरती थी।
अब्राहम ने अपने लौड़े को हाथ से ही चोदन सुख देना चालू कर दिया। वो हाथ से लंड को हिला रहा था और दीदी को लंड चूसते हुए देख रहा था। फिर वो खड़ा हुआ और मेरी दीदी की गांड के पास आ गया। दीदी की जींस के बटन को आगे हाथ डाल के खोल दिया उसने। और फिर दीदी के सपोर्ट से जींस को निचे सरका दी।
दीदी की पेंटी को साइड में कर के उसने गांड को सुंघा और होर्नी बकरे की तरह नाक को ऊपर निचे करने लगा। दीदी ने उसके माथे को पकड़ के अपनी गांड में वापस घुसा दिया। और अब्राहम दीदी की गांड को चाटने लगा।
जी हाँ वो मेरे सामने मेरी दीदी को गांड को जबान से ऐसे चाट रहा था जैसे उसमे से मलाई निकलने वाली हो, साले को गु की गंध भी नहीं आ रही थी। और फिर उसने अपनी ऊँगली को दीदी की चूत को काने में डाल दिया। व गांड चाट रहा था और चूत को मसल रहा था।
दीदी ने इधर मेरे लौड़े में आग लाग के रख दी थी। पूरा चूस चूस के लाल कर रखा था। मैंने अपने हाथ आगे किये और दीदी की चुन्चियो को पकड ली। बूब्स को मसला तो दीदी के अन्दर चुदास का सैलाब सा आ गया। वो मोअन कर रही थी और चुदासी हो चली थी।
दीदी ने मेरे लंड को मुहं से निकाला और बोली, चल विकी डाल दे।
यह सुन के अब्राहम साइड पर हो गया। मैंने निचे लेट गया और दीदी मेरे ऊपर आ गई। उसने मेरे लंड को अपने हाथ में पकड के सेट किया। मैंने दीदी को सीधा किया और अपने लौड़े को झटका मारा। दीदी कराह उठी और मेरा लंड उसकी चूत की सीधी दरार में टेढ़ा हो के घुस चुका था।
अब्राहम दीदी के पीछे था। उसने दीदी को कंधे से पकड के ऊपर निचे होने में मदद की। वैसे दीदी को मदद की आवश्यकता थी नहीं। वो मस्त ऊपर निचे हो के मेरे लौड़े को अपनी चूत में नचा रही थी। दीदी का यही चोदन स्टाइल बड़ा कातिल हैं। दीदी के बूब्स को मसल के मैं भी झटके मारने लगा था।
दीदी आह आह कर रही थी और उछल उछल के लंड को चूत से लडवा रही थी। उधर अब्राहम ने दीदी को गांड को देखा और उसके चहरे पर अजब स्माइल थी। शायद उसने गांड चोदन का मन बना रखा था। उसने दीदी के कंधे को छोड़ दिया और अपने लंड को मर्दन देने लगा। दीदी ने मुड के उसे देखा और आँख मारी।
अब्राहम ने अपनी दो ऊँगली पर ढेर सारा थूंक निकाला और लौड़े को चिकना बना दिया। फिर उसने दीदी को पकड़ लिया। दीदी ने हलना बंध कर दिया और मेरा लोडा उसकी चूत में पार्क हो गया। अब अब्राहम ने पीछे से मेरी दीदी की गांड पर लंड रखा और एक झटके में आधा लंड अन्दर कर दिया।
उईई माँ, मर गई अह्ह्हह्ह्ह्ह।।। दीदी के मुह से निकल पड़ा।
अब्राहम ने उसे एक जोर का चांटा लगाया और बोला, साली रंडी ले ले मेरा लंड गांड के अन्दर।
दीदी ने कहा, भोसड़ी के पहले डाल तो सही।
मैं खुली आँखों से दोनों को गाली गलोच करते देख और सुन रहा था। अब्राहम ने दीदी के कंधे को पकड़ा और कस के ऐसा झटका मारा की लंड गांड में पूरा घुस गया। इधर मेरा लंड चूत में और उधर दूसरा गांड में, दीदी ने चोदन का अंग्रेजी स्टाइल अपनाया था आज तो।
और फिर वो उछल पड़ी, अब एक साथ दो दो लंड दीदी को चोद रहे थे, या यूँ कहे की दीदी दो दो लंड को चोद रही थी।
आह आह, यस्स यस्सस, उईई आह्ह्ह्ह ओह्ह्ह के नारे लग रहे थे जैसे कमरे के अन्दर।
पांच मिनिट तक यह आसन रहा और फिर अब्राहम ने दीदी की चूत लेने की इच्छा जताई, विकी तुम पीछे आ जाओ।
मैंने लंड निकाला तो दीदी फिर से आह्ह कर बैठी।
अब मैं पीछे से दीदी की गांड चोदन कर रहा था और आगे से अब्राहम उसकी चूत को पेल रहा था। पांच मिनिट और ऐसे ही चुदवा के दीदी ने हमारे लंड के पानी को अपने छेद में ले लिया।
फिर अब्राहम पलंग पर लेट के बोला, विकी तेरी बहन की गांड कैसी लगी?
मैंने हंस के कहा, मजेदार ही हैं, टाईट एकदम।
अब्राहम बोला, सही कहा, टाईट हैं, आगे तो ले ले के बड़ा होल करवा दिया है लेकिन पीछे मजेदार हैं अभी भी।
दीदी ने एक हाथ मारा अब्राहम को और बोली, चल हट भोसड़ी के।
अब्राहम ने दीदी को पकड के अपनी और खिंच लिया और वो दोनों लिप किस करने लगे। दीदी की गांड ऊपर उठी और मैंने देखा की पिछवाड़े से मेरे वीर्य की बुँदे उसकी गांड से निकल रही थी।
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