दोस्त की गरम बीवी की सेक्सी स्टोरी- Sexy Bhabhi Ki Chudai
- By : Admin
- Category : Antarvasna Sex Story, Sexy Bhabhi Ki Chudai
मैंने नई जॉब ज्वाइन की थी, वहां मेरी दोस्ती राज से हुई, हम काफ़ी अच्छे दोस्त बन चुके थे|
एक दिन राज ने मुझे अपने घर डिनर के लिए इन्वाइट किया| मैंने भी हाँ कर दी| ये मेरा पहली बार था, जब मैं राज के घर जाने वाला था| पर मैंने ऑफिस के सब लोगों से एक ही बात सुनी थी कि राज की वाइफ दिखने में सेक्सी और अदाओं में मल्लिका शेरावत है| तभी से में भी एग्ज़ाइटिड हो गया था|
आख़िरकार वो वक़्त आ गया| शाम बीतने के बाद जैसे ही 9 बजे, मैं राज के साथ उसके घर पहुँचे| उसने बेल बजाई|| कुछ पल बाद अन्दर से दरवाजा खुला और मैं देखता ही रह गया|
सामने एक परी खड़ी थी रेड कलर की साड़ी और बैकलैस ब्लाउस पहने हुई राज की बीवी मुस्कुरा रही थी| मैंने निगाह भर के उसे देखा| उसके चूचे शायद 36 या 38 के होंगे और उसकी कमर 26 की होगी| उसने साड़ी भी नाभि के नीचे पहनी हुई थी| तभी मैंने सोचा ऑफिस वाले इससे मल्लिका कहते हैं, पर ये तो हॉटनैस में मल्लिका को भी पीछे छोड़ रही थी|
उसने मुझसे हाथ मिला कर हैलो कहा| जैसे ही मैंने हाथ मिलाया, उसके गरम हाथों के स्पर्श से मेरा लंड खड़ा हो गया| मैंने सोचा हाथ इतना गरम है तो पूरी बॉडी का क्या हाल होगा|
फिर जैसे ही मैंने उसका हाथ दबाया, वैसे ही उसने एक कटीली स्माइल दी| उफ क्या कातिलाना स्माइल थी|
हम सभी अन्दर गए| मैं उसके पीछे था तो उसकी मटकती गांड देख रहा था|| उसकी गांड जबरदस्त हिल रही थी| उसकी नंगी और एकदम गोरी पीठ उफफ्फ़|| कमाल का आइटम थी|
उसने मुझसे कहा- आप बैठिए मैं खाना परोसती हूँ|
हम बैठ कर बातें कर रहे थे इतने मेंराज की बीवी कामिनी पास आकर खड़ी हो गई और खाना परोसने लगी|
मैं बस उसकी बदन की महक ले रहा था मेरा एक हाथ वैसे ही अपने खड़े लंड पर चला गया| उसने मेरा वो लंड सहलाना देखा और फिर से स्माइल की|
फिर वो सामने की तरफ चली गई और राज के बाजू में बैठ गई| अब हम दोनों आमने-सामने थे| हम दोनों एक-दूसरे को स्माइल देते हुए डिनर कर रहे थे|
राज को समझ ही नहीं आ रहा था कि चल क्या रहा है| वो मजे से डिनर कर रहा था| इतने में उसने मुझे और राइस लेने के लिए आग्रह किया, पर मैंने मना कर दिया| फिर भी वो उठी और और मुझे राइस ज़बरदस्ती देने के लिए झुकी|
उफफ्फ़|| वो आम का बाग़ मेरे सामने खुल ही गया थे|| उसके झूलते मम्मे देख कर मेरा मन कर रहा था कि राज न होता तो इसे ऐसे ही पकड़ लेता|
खैर वो राइस दिए जा रही थी और मैं उसके मम्मों को देखे जा रहा था| वो सब समझ चुकी थी|
तभी मैंने ‘बस||’ कहा|
हम फिर से खाने लगे|
तभी मुझे पैर में कुछ महसूस हो रहा था, मैंने देखा तो कामिनी मेरे पैरों से खेल रही थीं और स्माइल कर रही थी| तभी मैंने सोच लिया कि कामिनी की कामवासना मैं पूरी करूँगा|
फिर मैंने जानबूझ कर कहा- कामिनी भाभी जरा और राइस दीजिए ना!
वो जैसे ही राइस देने झुकी|| उसका पल्लू गिर गया|
ओऊऊ|| ओहह|| क्या नज़ारा था|
पर राज अपनी बीवी की इस बात से गुस्सा हो गया|
मैंने कहा- राज इट्स ओके, ये मेरी भाभी है|
फिर मैंने कहा- भाभी, वहाँ से आपको तकलीफ़ हो रही है आप मेरे पास मतलब मेरे बाजू में बैठ जाइए|
वो भी झट से मान गई|
अब तो सामने प्लेट में चिकन, बाजू में कामिनी की महक|| अह|| मैं तो जन्नत में था|
उतने में राज को कॉल आया, वो बात करने में बिज़ी था| तभी मैंने कामिनी की गाल पर किसी दे दी|
वो सन्न रह गई, थोड़ी देर उसका मुँह खुला रह गया|
तभी राज ने फोन पर बात खत्म की और उससे कहा- कम्मो, क्या हुआ?
तब वो होश में आई|| उसने कहा- क||कुछ नहीं|
फिर उसने मेरी तरफ देखा, स्माइल की और खाने लगी|
फिर मैंने सोचा कि अब तो ग्रीन सिग्नल मिल गया| मैंने धीरे से हाथ उसकी जाँघों पर रखा और दबाने लगा| वो अपने होंठ दांतों के नीचे दबाने लगी| मैं धीरे-धीरे उसकी साड़ी ऊपर को कर रहा था लेकिन उसने मना कर दिया|
मैंने धीरे से कहा- प्लीज़ करने दो|| मुझे तुम्हारी पैंटी चाहिए|
पर उसने मना किया| फिर भी मैं जबरदस्ती करने लगा, उसकी वजह से दाल मेरे पेंट पर गिर गई|
मैं झट से उठ गया, वो हंसने लगी|
राज ने कहा- कम्मो, जरा इसे वॉशरूम दिखाओ|
वो स्माइल करते हुए बोली- चलिए दिखाती हूँ|
वो आगे, मैं पीछे|| जैसे ही हम वॉशरूम में दाखिल हुए, वो नल चालू करने झुकी| मैंने तुरंत उसको पीछे से पकड़ लिया और उसके मम्मों को दबाने लगा| वो सिसकारियां भरने लगी| मैंने उसे पलटी किया और उसके रसीले होंठ चूसने लगा|
थोड़ी देर बाद हमें होश आया| राज ‘कम्मो कम्मो||’ आवाज़ दे रहा था|
तभी कामिनी ने कहा- बस करो, वरना राज यहाँ आ जाएगा|
फिर वो अपनी साड़ी ठीक करके जाने लगी, मैंने उसकी गांड दबाई और उसके पीछे चला आया|
हमने डिनर ख़त्म किया| मैं अपने घर के लिए निकलने लगा| कामिनी और मैं स्माइल किए जा रहे थे| फिर राज ने कहा- चलो मैं तुम्हें बाहर तक छोड़ देता हूँ|
मैंने कामिनी को बाय बोला और बाहर आ गया| पर ऐसा सूखा-सूखा बाय मुझे अच्छा नहीं लगा| तो मैंने राज से कहा- अरे मैं अपना पैकेट अन्दर ही भूल गया हूँ|| जरा रूको, लेकर आता हूँ|
मैं अन्दर घुसा और कसके कामिनी को किस करने लगा| फिर मैंने कहा- चलता हूँ|
उसने मेरा हाथ पकड़ के अपनी ओर खींचा, उसने मेरी पेंट में कुछ रखा और कहा- तुम्हारे लिए गिफ्ट है, घर जाके देखना|
फिर हमने स्मूच करके बाय बोला| मैंने घर जाकर पहले अपनी पेंट उतार कर देखा कि क्या गिफ्ट है|
मैंने देखा कि वो कामिनी की पैंटी थी और उस पर उसने अपना मोबाइल नम्बर लिपस्टिक से लिख कर दिया था|
उस रात मैं सो नहीं पाया| अगले दिन का इंतजार करने लगा|
जानिए अगले दिन क्या और कैसे हुआ| आपको मेरी सेक्सी स्टोरी अच्छी लगी या नहीं, मुझे मेल कीजिए|
जैसे ही मुझे एक भी मेल मिलेगा, मैं अगले दिन की स्टोरी पोस्ट कर दूँगा|
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