Office की कुंवारी लड़की की कीमत वसूल चुदाई | Hindi Sex Kahani
- By : Admin
- Category : Desi Sex Kahani, Fuck Stories, Office Sex, XXX Story
- समीर- कम्पनी का मालिक, हसमुख स्वभाव, 02.शोभा ऋतु की माँ,
- ऋतु- उम 23 साल, रंग गोरा, आकर्षक नैन-नक्श, फिगर 34-28-32 की, क़द 5 फूट,
- अनु- पूरा नाम अनुपमा, ऋतु की बड़ी बहन,
- शिल्पा- ऋतु की छोटी बहन,
- अंज- सिंपल लुक, चूचियां बड़ी-बड़ी,
- सुमित- अन् का पति,
- हेमा- अंजू की दोस्त,
- जिया- शाजिया
पहले मैं आपको अपना परिचय देता हूँ मेरा नाम समीर है, मैं बड़े ही हँसमुख स्वभाव का हूँ, मैं अपनी जिंदगी अपने तरीके से जीना पसंद करता हूँ किसी की रोक-टोक मुझे पसंद नहीं इसीलिए अपना अलग बिजनेस कर रहा हूँ। चलिए अब उस बात की और चलते हैं जिसको आप सबसे शेयर करना है।
मेरे आफिस में 5 लोग काम करते हैं, जिसमें एक लड़की और 4 लड़के हैं। अचानक एक लड़के ने काम छोड़ दिया जिसकी वजह से स्टाफ की कमी महसस होने लगी। मैने एक-दो बार न्यसपेपर में एड दिया पर कोई सही बंदा नहीं मिला, इसलिये ऐसे ही काम चला रहा था। फिर एक दिन मेरे एक परिचित का फोन आया की उनके दोस्त की बेटी है वो पहले जिस आफिस में काम करती थी वो आफिस कहीं और शिफ्ट हो गया, इसलिए वो
आजकल कोई जाब ढूँढ रही हैं। मुझे अगर सही लगे तो मैं उसको अपने आफिस में रख लूँ।
मुझे इसमें कोई बुराई नहीं लगी। मैंने कहा- “देखते हैं..”
मैने उनको बोला- “आप उसका कल भेज दीजिए, मैं बात कर के देखता हूँ..”
अगले दिन करीब 11:00 बजे बो मेरे आफिस में आई। मैंने उसको अपने केबिन में बुला लिया। मैंने उसका सी.बी. देखा, उसकी उम्र 23 साल थी और उसका नाम ऋतु था, गोरे रंग की आकर्षक नैन-नक्श वाली थी, उसका फिगर 34-28-32 होगा और उंचाई लगभग 5 फूट पर उसका फेसकट बड़ा प्यारा था। देखते ही मुझे भा गई। मैंने उससे अफीशियल दो-चार बात पूछी और उसको कहा की कल से आ जाओ। अगले दिन वो आफिस में जब आई तब उसने सलवार सूट पहना था और बड़ी प्यारी लग रही थी।
मैं अपने कैबिन में बैठकर फाइलें चेक कर रहा था की अचानक में ऋतु मेरे केबिन में आई और कहा- “सर मुझे क्या काम करना होगा, ये कौन बताएगा?”
मैंने हँसते हुए कहा- “तुम कुछ नहीं करो बस यहीं मेरे पास ही बैठी रहो..”
फिर मैंने ऋतु को कहा- “नीचे जाकर अंजू से मिल लो वो सब समझा देगी..”
अंजू मेरे आफिस में एक साल से काम कर रही है। अंजू सिंपल से लुक वाली लड़की थी पर उसकी चूचियां बड़ी बड़ी थीं जिनको वो हमेशा दुपट्टे से ढँक कर रखती थी। पर मैंने कभी उसका ये एहसास नहीं होने दिया की मैं उसकी चूचियों का दीवाना हूँ। वैसे तो मेरी शादी को 4 साल हो चुके हैं। पर पिछले 8 महीने में हम दोनों अलग रह रहे हैं। खैर, जाने दीजिए वो बाद में शेयर करूगा।
मैंने देखा 4:00 बज गये। मैंने ऋतु को अपने केबिन में बुलाया और कहा- “कैसा लगा आज का दिन?”
उसने कहा- “सर ठीक रहा और कोई परेशानी भी नहीं हुई.
मैंने उसको कहा- “बैठो.” और चपरासी को चाय लाने को बोला। फिर मैंने ऋतु को कहा- “तुम जब फ्री हुआ करा तब मेरै केबिन में आ जाया करो और जो फाइलें मैं चेक करता हूँ उनको एक बार रीक कर लिया करो..”
उसने कहा- “ओके सर…” और फिर हम चाय पीने लगे।
मैंने उससे पूछा- “तुम पहले जहां काम करती थी उस आफिस को क्यों छोड़दिया?”
ऋतु ने कहा- “बो आफिस अब बहुत दूर शिफ्ट हो गया है, मैं इतनी दूर नहीं जा सकती, देर हो जाती है वापस आने में..”
मैं मन ही मन मुश्कुराया की मुझे बच्चा समझ कर गोली दे रही है। खैर, मैं चुप रहा और कहा “तुम यहां से 5:00 बजे के बाद कभी भी जा सकती हो…”
फिर वो मुझे बाइ करके चली गई। इस तरह दो-चार दिन बीत गयें फिर एक दिन रात को मैं अपने दोस्त के साथ ड्रिंक कर रहा था। मेरे सैल पर एक मेसेज आया जो बड़ा ही रोमांटिक सा था। मैंने देखा तो यकीन नहीं हआ, वो ऋत के सेल से आया था। अगले दिन मैंने ये नोटिस किया की अत मझे कुछ अलग ही नजर से देख रही है। मैं अंजान बना रहा।
मैंने अंजू को अपने केबिन में बुलाया और पूछा- “ऋतु कैसा काम कर रही है?”
अंजू को जैसे कोई बहाना मिल गया हो। उसने उसके बारे में पूरी कथा करनी शुरू कर दी और फिर उसने जो बात कहीं वो सुनकर मुझे झटका सा लगा।
अंजू ने कहा “ऋतु आपके बारे में कुछ खास ही इंटरेस्ट ले रही है और ऋत जहां पहले काम करती थी वहां उसका बास उसको सेक्स के लिए कहता था इसलिए वो वहां से काम छोड़ आई है..”
मैंने अंज को कहा “तुम उसपर ये जाहिर नहीं होने देना की मुझे में सब बातें तुमनें बताई हैं, और कोई नहीं बात पता चले तो बता देना…”
अंजू के जाने के बाद मैं सोचने लगा की ये ऋतु क्या चीज है? फिर मेरे दिमाग में एक आइडिया आया। मैंने अपने सेल से एक मेसेज जो थोड़ा रोमांटिक था ऋतु को भेज किया। दो मिनट में उसका जवाब आ गया। ये देखकर में अब पूरी तरह समझ गया, कोई ना कोई पंगा है।
अगले दिन सनई था। मैंने ऋतु को बुलाया और कहा- “कल आफिस बंद रहेगा पर जब कोई काम होता है तब आफ सनडे को भी आना पड़ सकता है.
ऋतु ने कहा- “मुझे कोई प्राब्लम नहीं है सर, मैं भी घर में बोर हो जाती हैं.”
मैंने मुश्कराते हुए कहा “दोस्तों के साथ कहीं घूमने नहीं जाती क्या?”
उसने कहा- “सर मेरे ऐसे दोस्त ही नहीं हैं.”
फिर मैंने उसको कहा- “अगर तुम कल फ्री हो तो मेरे साथ लंच पर चलो..”
सुनकर ऋतु खुशी से बोली- “एस सर… कहां चलना है?”
मैंने उसको कहा- “बस कल तुम एक बजे मुझे अपने घर के पास मिलना, तब सोचते हैं की कहा जाना है?”
फिर ऋतु मुझे बाइ बोलकर चली गई। मैं बहुत देर तक सोचता रहा की उसको कहां ले जाऊँ? क्योंकी पर शहर के सब स्टोरेंट में मेरा आना जाना लगा रहता है। फिर दिमाग में एक आइडिया आया की कल, हमारे शहर के पास एक रिजार्ट है 15-20 किलोमीटर दूर है, वहां जाना ठीक रहेगा। अगले दिन मैं जल्दी से तैयार हो गया और घर से ही मैंने ऋतु को फोन किया- “मैं आ रहा है, तुम तैयार हो या नहीं?”
उसने कहा- “में बिल्कुल तैयार
.”
में कार को तेज चलाकर जल्दी से वहां पहुँच गया। ऋतु मेरे इंतजार में पहले ही खड़ी थी। मैंने कार का दरवाजा खोलकर उसको अंदर आने को कहा। उसने आज ब्लैक जीन्स और अँड टाप पहनी हुई थी, जिससे उसका फिगर एकदम मस्त लग रहा था। कार में एसी की फुल कूलिंग थी।
ऋतु बैठते ही बोली- “उहह… कितना अच्छा लग रहा है बाहर कितनी गर्मी थी..”
मैंने मुश्कुराकर कहा- “तुम वैसी ही बड़ी गरम हो..”
ऋत भी मुश्कराकर बोली- “और आप ता मिस्टर cool हो जी..”
मैंने कहा- “वो कैसे?”
ऋतु बोली- “जब से आपको देख रही हूँ आप हमेशा ही कूल रहते हैं.
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