मसाज वाले के दोस्त ने गांड मारी- Gay Sex Stories
- By : Admin
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हेलो दोस्तों, मैं पवन कुमार ३५ इयर ओल्ड मेल। आज मैं आपको मेरी एक रियल स्टोरी बताने जा रहा हु। एक बार मैंने बॉडी मसाज के लिए एक पर्सन को बुलाया। तो वो रात को ९ बजे आ गया। पर वो अकेला नहीं था।
उसके साथ एक और ४५ – ५० साल का पर्सन था। मैं थोड़ा सोच में पड़ गया और मसाज वाले से पूछा, कि तुम अकेले क्यों नहीं आये? तो उसने बताया, कि उसके पास गाड़ी नहीं थी।
इसलिए वो अपने दोस्त के साथ उसकी गाड़ी पर आया है। तो मैंने कहा – ठीक है। पर अब उसके सामने बॉडी मसाज कैसे करवा लू। मसाज वाले ने कहा – कि उसका दोस्त बहुत अच्छा है और भरोसे वाला है।
मेरी गे सेक्स कहानी- Gay Sex Stories
कोई प्रॉब्लम नहीं होगी। तो फिर मैं रेडी हो गया बॉडी मसाज करवाने के लिए। मसाज वाले मुझे कपड़े उतारने को कहा। मैंने भी अपने कपड़े उतार दिए और अब मैं सिर्फ अंडरवियर में था।
मैं जमीन पर लेट गया और मसाज वाला मेरी बॉडी मसाज करता रहा और उसका दोस्त कुर्सी पर बैठा हमे देख रहा था। आधे – एक घंटे के बाद, मसाज पूरी होने के बाद मैंने मसाज वाले को ५०० रुपये दे दिए और मैं अभी भी अंडरवियर में ही था।
पैसे लेने के बाद, वो लोग चले गये। मैंने फिर कपड़े पहने और देखा, कि कुर्सी पर एक छोटा सा कागज का टुकड़ा था और उसपर लिखा था एक नाम और मोबाइल नंबर। मैं समझ गया, कि ये उसी मसाज वाले के दोस्त का नाम और नंबर है। उसका नाम था राजेश।
अगले दिन, मैंने शाम को उसे फ़ोन करके पूछा, कि किस लिए उसने अपना नाम और नंबर वाला कागज का टुकड़ा छोड़ा था। उसने बताया, कि वो भी बॉडी मसाज करता है और वो भी सिर्फ ३०० रूपये में। तो मैंने उस से कहा, कि मैं तुम्हे कॉल करके बुला लूँगा।
उसने कहा – ठीक है। १५ – २० दिनों के बाद, मैं अकेला था। तो राजेश को फ़ोन करके कहा – आज रात को आ जाओ, बॉडी मसाज के लिए। राजेश रात को ८ बजे आया और उसने बॉडी मसाज के लिए मुझे मेरे कपड़े उतारने को कहा।
मैंने अपने कपड़े उतार दिए और सिर्फ अंडरवियर में ही था। मैं फ्रेश पर ही लेट गया। राजेश ने भी अपनी शर्ट उतारी और पेंट भी उतार दी और धीरे – धीरे पीठ की मालिश करने लगा। धीरे – धीरे वो अपने हाथ मेरे अंडरवियर के अन्दर थोड़ा – थोड़ा करके घुसाता जा रहा था। मैं तभी समझ गया था, कि वो आज मेरी गांड के साथ खेलना चाहता है।
मुझे भी ये अच्छा लग रहा था, इसलिए मैं कुछ नहीं कहा और चुपचाप लेटा रहा। राजेश की हिम्मत बढ़ गयी थी और अब वो मेरी अंडरवियर को धीरे – धीरे नीचे करने लगा।
मैं अब भी चुप ही लेटा रहा और धीरे – धीरे राजेश ने मेरी पूरी अंडरवियर उतार दी और मेरी गांड पर से हटा दी। अब वो मेरी चिकनी गांड की खूब मालिश करने लगा था। राजेश ने अब मेरी अंडरवियर पूरी तरह से निकाल दी और साइड में फेंक दी।
अब मैं पूरी तरह से पूरा नंगा लेटा हुआ था। राजेश ने भी अपनी बनियान और अंडरवियर उतार कर फेंक दी और वो भी पूरा नंगा मेरी गांड पर बैठ गया और मेरी पीठ की मसाज करने लगा। मसाज करते हुए, राजेश अपना लंड मेरे कुलहो पर रगड़ने लगा। तब मैं समझ गया, कि राजेश अब मेरी गांड चोदने वाला है।
उसका लंड धीरे – धीरे बड़ा होने लगा। मैं भी इधर अपनी गांड चुदवाने को तैयार था। राजेश का लंड अब पूरी तरह से खड़ा हो गया था। उसने अपने लंड पर खूब तेल लगाया और मेरी गांड के अन्दर भी बहुत तेल लगाया।
अब उसने अपने खड़े लंड को मेरे गांड में डालने की कोशिश की, तो वो अन्दर नहीं गया। मुझे भी थोड़ा सा दर्द हुआ। तब मैंने राजेश से कहा, कि तुम बॉडी मसाज करने के बहाने मेरी गांड चोदना चाहते हो। ये ठीक है, लेकिन आज मैं तुम्हे अलग मज़ा दूंगा। उसने कहा – कैसे? मैंने कहा, कि तुम लेट जाओ। राजेश अब फर्श पर लेट गया, पीठ के बल।
मैंने उसका लंड अपने हाथ में ले लिया और उसको पूरा टाइट कर दिया। अब मैं राजेश के लंड के ऊपर बैठ गया और मेरी गांड के अन्दर उसका लंड डालने लगा। शुरू – शुरू में थोड़ा दर्द हुआ, लेकिन उसका मोटा लंड अब मेरी गांड के अन्दर था।
तब मैं जोर – जोर से अपनी गांड को ऊपर नीचे करना शुरू किया। राजेश के लंड को बहुत मजा आ रहा था और मैं अपनी गांड जोर – जोर से हिलाता रहा और राजेश का लंड मेरी गांड के मज़े लेता रहा।
आखिर में राजेश के लंड ने पिचकारी मारी और मेरी गांड में डाल दी। उसके बाद उसका लंड शांत हो गया और हम ऐसे ही पड़े रहे १०-१५ मिनट तक। उसके बाद राजेश और मैं नंगे ही नहाने के लिए शावर के नीचे गये। वहां राजेश ने मुझे फिर से फर्श पर लेटने को कहा और मैं पीठ के बल लेट गया।
अब राजेश मेरे ऐसा ही लेटा रहा, कि उसका लंड मेरी मुह में हो और मेरा लंड उसके मुह में। अहहाह अहहाह । हम दोनों एक दुसरे का लंड चूस रहे थे। मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। लेकिन मुझे चुस्वाना पसंद है, चुसना पसंद नहीं है। इसलिए उसका लंड ज्यादा नहीं लिया। लेकिन वो मेरा लंड मस्ती में चूस रहा था।
मैंने राजेश के लंड को हाथ से ही टाइट कर दिया। हम ऐसे कर रहे थे और ऊपर से शावर से पानी भी बरस रहा था, तो और भी मज़ा आ रहा था। जैसे ही राजेश का लंड का फिर एक बार खड़ा हो गया और उसने मुझे डोग्गी स्टाइल में कर दिया। और अपने लंड मेरी गांड के अन्दर डालने लगा। शुरू – शुरू में थोड़ा दर्द हुआ।
अब राजेश का लंड पूरा मेरी गांड के अन्दर था और राजेश मेरी गांड पर एक के बाद एक धक्के देने लगा और फिर उसने अपनी रफ़्तार तेज कर दी और जोर – जोर से मेरी गांड अपने लंड से मारने लगा। आखिर में एक धक्के के साथ, उसने अपना माल मेरी गांड में ही गिरा दिया।
सब शांत होने के बाद हम साथ में ही नहाये और फिर राजेश ने मुझसे ३०० रूपये भी नहीं लिए और बहुत मज़ा आया कह कर वापस चले गया। मुझे राजेश से अपनी गांड चुदवाने में खूब अच्छा लगा और अब मुझे अपनी गांड चुदवाने का चस्का लग गया है।
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