पापा की परी को पापा ने ही पेल दिया- Father’s daughter’s fuck Stories
- By : Admin
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मेरा नाम कोमल है और मेरी उमर 22 साल की है। मेरा फिगर यही कोई 34-30-36 है और दिखने में इतनी सेक्सी है तो वह भी किसी का लंड खड़ा करवा दूं। जेसे की कहानी के नाम से ही जान गए होंगे कि ये कहानी मेरे और पापा के बीच की है। पापा की सेक्सी एंजल को पापा ने हाय पेल दिया।
ये बात आज से कुछ महीने पहले की है, लेकिन उसे पहले मेरे पापा के बारे में थोड़ा जान लीजिये। पापा का नाम दिनेश है और उनकी उम्र यही कोई 45 साल है, वो दिखे एक दम फिट और हैंडसम मर्द है। शायद आप जान ही जायेंगे कि ये मेरी और पापा से चुदाई की कहानी है।
मेरे घर में मैं और मेरे पापा ही रहते हैं, मेरी मां का देहांत मेरे जन्म के डोरन हो गया था। तब से लेकर आज तक मेरे पापा ने ही मुझे पाला है, मेरी मौसी ने भी हमारा बहुत साथ दिया है।
हलाकि मैं आपको बता दूं मेरे पापा और मौसी के बीच यौन संबंध है, मैंने कई बार पापा और मौसी को चुदाई करते हुए देखा है। अब ये बात तो बाद में मैं फिर कभी बताऊंगी।
मेरे घर में मेरे और पापा के अलावा एक नौकर और नौकरानी भी रहते हैं। उनका नाम रामू और राममा है, और वो दोनो पत्नी है और काफी सालो से मेरे घर ही रहते हैं।
पापा और मेरे बीच बहुत प्यार है, पापा मेरी हर इच्छा को पूरा करते हैं। उन्हें कभी मेरी मां की कमी महसूस नहीं होने दी।
एक दिन मैंने अपने बॉयफ्रेंड से रात को डिनर पर मिलने का वादा किया था। इस लिए मैं शाम होते ही घर से निकल गई। मैंने अपने बॉयफ्रेंड के साथ खूब एन्जॉय किया, और हमेंशा की तरह रात को उसने मुझे उसके रूम पर चलने को कहा।
मैं जानती थी कि हमेशा की तरह वो मुझे चोदना चाहता है, मेरा भी मन तो था पर मैं लेट हो गई थी इसके लिए कुछ किस दे कर वापस घर की तरफ लोटने लगी।
घर आते ही मैंने अपने कामरे में ले ली और सोने के लिए कपड़े बदल लिए। मैंने एक नाइटी और नीचे कुछ नहीं था, सोने से पहले मुझे प्यास लगी थी तो मैं किचन की तरफ चली पानी पीने के लिए।
सारे घर में अँधेरा था, मैंने कोई लाइट ऑन नहीं की और रसोई के दरवाजे में घुस कर एक हाथ से लाइट का स्विच टटोल ही रही थी कि मेरे ऊपर अचानक से एक हमला हुआ।
पीछे से किसी ने मुझे दबाया और उसका हाथ सीधा मेरे मुँह पर था। मैंने उसके साथ एक दम चिपक गई और मुझे देर नहीं लगी समझने में मेरे पीछे जो भी था उसका लंड खड़ा उठा था, क्योंकि वो नाइटी फाड़ कर मेरी गांड में घुसे को तैयार था।
तभी पीछे से उसने मेरी नाइटी ऊपर उठा दी और उसका हाथ मेरी चूत पर जा लगा। वो हाथ पहले से ही गिला था जिसने मेरी चूत को गिली कर दिया।
अब इस पहले की मुख्य बात यह है कि अगले ही पल उसका लंड मेरी चूत के मुँह पर था। उसने धक्कक से एक धक्का दिया और उसका लंड मेरी चूत एक अंदर समा गया। मुझे लगा कि शायद ये मेरा हरामी नौकर रामू है।
पर मैं गलत थी, क्योंकि अगले ही पल मेरे कानों में धीरे-धीरे एक आवाज आई, और वो आवाज मेरे पापा की थी।
पापा बोले “ओह्ह्ह्ह रम्मा मेरी रानी कितने दिन हो गए आज मोका मिला है अह्ह्ह्ह” ये कहते ही पापा ने एक और धक्का दिया और उनका लंड मेरी चूत को पूरा का पूरा अंदर समा गया।
मैं तो इससे तिलमिला सी गई, मैंने छूटने की कोशिश कर पर पापा की मजबूत पकड़ के आगे मेरी एक ना चली। इस पहले कि मैं कुछ और करती पापा ने एक बार अपना लंड बाहर खींच कर अंदर की तरफ घुसा दिया।
इस बार उनका लंड मेरी चूत में दर्द और मजा दोनो देता हुआ अंदर घुस गया और फिर उसके बाद पापा एक के बार एक धक्का मेरी चूत में लगने लगे। वो बिना आवाज़ किये अपना लंड मेरी चूत में अंदर बाहर कर रहे थे।
Kuchh pal ke baad unke lund ko apni chut me mehsus karke mujhe aisa lha tha jese की मैं किसी जन्नत में चली गई हूँ। इसी मजे में आकर मैंने भी अपनी गांड की पिछे करके उनका साथ देने लगी।
चुदाई के नशे में मैं भूल गई थी मुझे मेरा बाप चोद रहा था और पापा से चुदाई का मजा लेने लगी। पापा भी शायद इस बात को लेकर चिंतित हैं कि वो अपनी इकलोती बेटी की चुदाई कर रहे हैं।
मेरी तरह से साथ मिला देख पापा ने मेरे मुँह से था हटा दिया, मुँह से उनका हाथ हट ते ही मैंने जोर की सांस ली और एक मीठी इसी सिस्कारी मेरे मुँह से खुद बी खुद निकल गयी।
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पापा मेरे काम के पास आकर एक बार फिर से बोले – क्या बात है रम्मा डार्लिंग आज तो तेरी चूत पहले भी ज्यादा टाइट लग रही है।
ये कहते ही पापा फिर से पीछे हुए और उन्हें मेरी बाहो को पीछे करके दोनों हाथों से पकड़ लिया और मुझे आगे की तरफ झुका दिया। फिर वो पीछे से जोर जोर से मेरी चुत मारने लगे, इस बार उनकी झंगे मेरे चुट्टों से जब तक टकराती तो थप्पप्पप्प थप्पप्पप्प की आवाज आने लगती।
मेरे मुझसे भी अपने आप हल्की-हल्की सिस्कारियां निकलने लगीं और मैंने भी अपने बाप को अपना यार समझ कर आवाम से अपनी गांड पीछे करती हुई उनसे चुदने लगी।
4-5 मिनट की चुदाई के बाद मेरी चूत ने दूसरी बार पानी छोड़ दिया और उसके साथ ही पापा ने भी सिस्कारियां भरीं, अपना लंड मेरी चूत से निकाला और मेरे चूतडों पर सारा माल झाड़ दिया।
झड़ने के बाद ही उन्हें मेरी गांड पर ईज धीरे से थप्पड़ मारा गया और वो वहां से चुप चाप बिना आवाज किए निकल गए। मैंने भी बिना पानी पिये अपने कमरे के बिस्तर पर लेट गे, मुझे पानी पीने की जरुरत ही नहीं पड़ी क्योंकि मेरी प्यास तो मेरे बाप ने मेरी चूत मार कर बुझा दी थी।
“पापा की सेक्सी परी”
मुझे नहीं पता कि पापा को सच पता चला या नहीं, पर इसके बाद से ही अब तक सब नॉर्मल है। पर मेरी चूत में पापा का लंड लेने की चुल्ल अक्सर उठती रहती है, क्योंकि तो जो मजा मुझे पापा से चोदने आया वो आज तक किसी के साथ नहीं आया।
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