ट्यूशन मास्टर के साथ पहला संभोग किया | Teacher Sex Hindi Kahani
- By : Admin
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मेरा नाम सलमा है मेरी उम्र 32 साल है मेरा निकाह वर्ष 2008 में हुआ था अभी मेरे दो लड़के और तीन लड़किया है | मेरी कहानी इस प्रकार से है जब मैं 16 साल की थी और क्लास 11 में पढ़ाई कर रही थी मेरे अब्बू एक गरीब आदमी थे और घर में टायर पंचर क़ि दुकान थी. Village Virgin Pussy
में पढ़ने में कमजोर थी हम दिल्ली के पास के गांव में किराये के मकान में रहते थे तो किराया समय से नहीं दे पा रहे थे तो गांव के आदमी ने हमें अपनी भैसो के तबेले के पास फ्री में दे दिया जिससे उनके पशुओ की रखवाली भी हो रही थी.
उस मकान मालिक का छोटा लड़का सोनू सिंह ट्यूशन पढ़ाता था जैसा क़ि में पढ़ने में कमजोर थी तो मेरे अब्बू ने मकान मालिक को बोला क़ि हम उनके खेतो में भी काम करेंगे उसके लिए सोनू को कहे क़ि वो सलमा को ट्यूशन पढ़ा दे ताकि उसकी पढ़ाई ठीक से चलती रहे.
तो उन्होंने कहा क़ि उसकी कोई जरूरत नहीं है मैं उसको बोल दूंगा कल से सलमा को भेज देना अगले दिन मैं ज़ब ट्यूशन पढ़ने गयी तो वहां पर दो लड़किया और 12 लड़के पढ़ रहे थे दो तीन दिन तक तो सब ठीक रहा.
उसके बाद सोनू ने कहा दोनों लड़किया अपना टाइम बदल लो क्योंकि एक दिन पहले जाते समय एक लड़के ने दूसरी लड़की को गलत शब्द बोले थे इसके बाद हम दोनों लड़की शाम को 7 बजे पढ़ने के लिए जाती थी इन सब बातो में मैं बता दूँ की मेरी हाइट 5’4″ इंच है और मेरा फिगर 32-26-34 का होगा.
लेकिन मैं साफ सफाई का ध्यान नहीं रखती थी तो कोई भी मुझ पर लाइन नहीं मरता था इसके बाद सोनू ने मुझसे कहा कि तुम रोज़ नहा कर आया कर और अपनी खुद की साफ सफाई रखा कर फिर उसके बाद मैं रोज़ नहाने लगी और सोनू ने मुझे डव साबुन दिया. “Village Virgin Pussy”
और मैं पहली बार साबुन से नहाई थी तो खुद मुझमे ताजगी सी दिखने लगी चार पांच दिनों में मैं स्कूल की सबसे सुन्दर लड़कियों में दिखने लगी उसके बाद सोनू मुझे समय समय पर साबुन और शैम्पू भी देता रहा तो में बिलकुल निखर गयी.
लेकिन मेरे पास कपडे कम थे तो सोनू ने अपनी भाभी के कुछ कपडे मुझे दिलवा दिए जो कुछ लूज़ थे लेकिन मैंने उन्हें ठीक कर दिया उस समय सोनू की उम्र 19 साल की होंगी और देखने में अक्षय कुमार जैसा है और गांव में सभी अक्षय कुमार का ट्यूशन ही कहते है.
एक बार सोनू के सभी घरवालों को किसी तीर्थ स्थान पर जाना था उसको अकेले घर पर छोड़ कर चले गए उस दिन उसने सभी की छुट्टी कर दी थी | पर मैं गलती से पहुँच गयी और देखा कि सोनू अपने कमरे में लेता था और उसे हल्का सिर दर्द था तो मैंने पूछा कि आज कोई पढ़ने नहीं आया.
तो उसने बताया कि सजा छुट्टी कर दी थी और मुझे हल्का सिर दर्द है थोड़ा ठीक होने और डॉक्टर के पास जाऊंगा| मैंने उससे पूछा कि आपने खाना खाया तो उसने कहा कि थोड़ी देर में बनाएगा मैंने कहा इस हालत में आप कैसे खाना बनाओगे आप ऐसा करो कि मैं आपके माथे पर बाम लगा देती हूँ फिर आप डॉक्टर के पास चले जाना और मैं आपका खाना बना दूंगी.
पहले तो वो मना करता रहा लेकिन मेरी जिद के आगे वो मान गया और मैं अलमारी से बाम उसके माथे पर लगा थी थी तो वो बोला बड़े नाजुक हाथो है आपके मैं थोड़ी शर्मा गयी और बाम कि मालिश करती रही कुछ ही देर में बोला कि मेरे सिर के दर्द में बहुत आराम हो गया है अब वो खाना खुद बनाएगा और डॉक्टर के पास भी नहीं जायेगा. “Village Virgin Pussy”
मैं बोली खाना मैं ही बना देती हूँ फिर वो बोला ठीक है बना दो जब मैं उसके लिए रोटी बना रही थी तो वो दूध गर्म करने के लिए गैस पर रखा और मेरे पीछे खड़ा होकर बोला कि आपके हाथो कि रोटी तो बड़ी मस्त है उसी समय मैं पीछे मुड़ी तो उससे टकरा गयी.
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मेरे बूब्स उसकी छाती पर लगे गिरते गिरते बचे मैं थोड़ी सी मुस्कराते हुए बोली कि आप मेरे पीछे क्या कर रहे हो वो बोला देख रहा हूँ मैं फिर बोली क्या देख रहे हो तो बोला तुझे और तेरी बनाई हुई रोटियों को मैं बोली मुझे क्यों तो उसने बताया कि एक महीने पहले मैं कैसी थी और अब बिलकुल अप्सरा बनती जा रही हूँ.
और उसने मेरा हाथ पकड़ दिया मैं बोली देखो आप ये गलत कर रहे हो उसने मेरी कोई बात नहीं सुनी और मुझे अपने गले से लगा लिया तथा जोर से जकड़ दिया मेरे बूब्स दबने से कुछ अजीब सा महसूस होने लगा और उसने गैस को बंद किया और मुझे गोद में उठा कर बैडरूम में ले गया.
मुझे पहली बार किसी मर्द ने ऐसे पकड़ा था फिर सोनू मेरे होठ को किश करने लगे मेरे गुलाबी होठ जैसे गुलाब की पंखुड़ी हो सोनू चूसने लगे और पिंक कर दिए, पहले तो मुझे अच्छा नहीं लग रहा था फिर धीरे धीरे मैं भी मजा लेने लगी.
उसके बाद उन्होंने मेरी सलवार निकाल दिया और मेरे पेंटी में हाथ डाल के मेरे चूत को सहलाने लगे, चूत चिकनी थी सहला रहे थे, मेरे शरीर में गुदगुदी हो रही थी फिर वो मेरे कमीज़ को ऊपर कर दिए मैं अंदर टेप पहनी थी, उन्होंने उतार दिया और मेरे चूच (बूब) को देखकर सोनू जी बोले की ओह्ह्ह माय गॉड क्या चीज है, और बोले आज मजा आ जायेगा.
और वो मेरे निप्पल को ऊँगली से दबाने लगे, ओह्ह मेरे मुह से तो सिसकियाँ निकलने लगी. उसने मेरे बूब्स को चूस चूस के उनमें दर्द सा अहसास करवाया. लेकिन यह दर्द बहुत मीठा था फिर क्या कहना मेरे रोम रोम खड़ा हो गया था.
फिर मेरी पेंटी उतार कर वो मेरी टांगो को अलग अलग कर के चूत को (बूर को) झांकने लगे अंदर लाल लाल था, एक मटर के दाने के बराबर अंदर छेद था, उसमे एक ऊँगली तक नहीं जा सकती पर उन्होंने मुझे इतना छुआ और जीभ से भी चूत को गुदगुदाने लगे.
जिसने मेरी चूत से लस लसा सा तरल निकलने लगा जिससे मेरी चूत काफी चिकनी हो गई थी, फिर सोनू ने अपने कपडे उतारे और लंड को निकाला. मेरी बुर पानी छोड़कर गीली हो गई थी. मेरे मुंह से मीठी-मीठी सिसकारियां निकलने लगी और मस्ती में मेरी आंखें बंद हो गई.
मेरी टांगें चौड़ी करके सोनू अपना लंड मेरी बुर पर लगाया. उस ने एक धीमा झटका दिया और लंड मेरी बुर में पेल दिया। उसका आधे से ज्यादा लंड मेरी बुर में था. मैं चीख पड़ी और मेरी चूत से खून निकल पड़ा. “अरे, तू तो कुँवारी है मेरी सलमा रानी … पहले बताती ना!”
फिर अचानक सोनू ने ताकत से धक्का लगा दिया और उसका लंड मेरी बुर को चीरता हुआ अंदर घुस गया. मेरे मुंह से लंबी दर्द भरी चीख निकल गई- ऊंईई ईईई … अम्मी मर गई … उई उई … आह … आह … ओह … ईईईई … ऊऊऊ!
सोनू ने फिर ताकत से धक्का मारा और लंड आधे से ज्यादा मेरी बुर को फाड़ता घुस गया. दर्द के मारे मैं अपना सिर इधर-उधर मार रही थी और दर्द भरी सिसकारी और चीखें मेरे मुंह से निकल गई थी जो उनके बड़े घर में गूंज रही थी. सोनू का फौलादी लंड मेरी बुर में बच्चेदानी तक जा रहा था.
सोनू के लंड ने मेरी बुर की दीवारों को बुरी तरह से फैला कर हिला कर दिया था. मेरी चीखें निकल रही थी- ईईईई … ऊऊऊऊ … ईईईई … आ … उई … अम्मी … ममम … ररर … गई … शीईईई ईईई … ममम … आहह हहह … उई! सोनू ने अपनी पूरी ताकत से और धक्का मार कर अपना पूरा लंड जड़ तक मेरी बुर में बच्चेदानी तक गाड़ दिया.
“ईईई … ऊऊऊऊ … ईईईई … ऊऊऊ ऊमम ममम … हहहह … उउ उईई ईईई” मैं बोली- प्लीज, अपना लंड बाहर निकालो मुझे बहुत दर्द हो रहा है! सोनू – बस मेरी रानी सलमा … बस थोड़ी देर में तुम्हें मजा आएगा. मेरी जान बस थोड़ा सा दर्द बर्दाश्त कर ले … फिर तू मेरा लंड मस्ती में लेगी!
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मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मेरी बुर में किसी ने गर्म गर्म मूसल डाल दिया हो. सोनू अब काफी जोर जोर से धक्के मार कर अपना लंड मेरी बुर में अंदर बाहर कर रहा था. लंड हर बार बच्चेदानी में जा रहा था और मैं हर धक्के पर उछल रही थी.
दर्द के कारण मेरी आंखों में आंसू आ गए थे. सोनू कभी मेरी आंखों को चूम रहा था और कभी मेरे होंठों को चूस रहा था और अपने दोनों हाथों से मेरे दोनों चूची मसल रहा था. तभी मेरी बुर ने पानी छोड़ दिया और मुझे दर्द में आराम और मस्ती आनी शुरू हो गई थी.
इसलिए मैंने अपनी बांहों का हार बना कर सोनू के गले में पहनाकर उसे अपने सीने की तरफ भींच लिया. मेरे मुंह से अब मस्ती भरी सिसकारियां गूंज रही थी जिसमें हल्के हल्के दर्द की सिसकारियां भी थी. उनके घर में अब फच फच फच फच की आवाजें गूंज रही थी.
अब सोनू मेरी दोनों टांगें उठा कर अपने कंधों पर रख कर ताबड़तोड़ मेरी चुदाई कर रहा था. मेरी दर्द भरी सिसकारियां जोर-जोर से घर में गूंज रही थी- आह हहह … मेरे राजा … उहह हहह … ममहह हहहउ उउईई ईईई … ममआ हहह … उई … मां मममररर … गई … आह आह … ओह … ऊऊऊ … ईईई!
अब तक मेरा पानी दो बार निकल चुका था लेकिन सोनू रुकने का नाम नहीं ले रहा था. वह ताबड़तोड़ धक्के लगा कर मेरी बुर का सत्यानाश कर रहा था. “मममह … आहह हह … उई मां … ईईईई … ईईईई … फच फच फच” मेरा शरीर तीसरी बार अकड़ने लगा था और सोनू भी जोर जोर से धक्के लगा रहा था.
और तभी सोनू ने अपना लंड जड़ तक धक्का मारकर बुर में फंसा कर ढेर सारा गर्म गर्म वीर्य उड़ेला और साथ ही साथ मेरी बुर ने भी पानी छोड़ना शुरू कर दिया. उसका लंड अंदर मेरी चूत की दीवारों को जोर जोर से ठोक रहा था और मुझे असीम सुख मिल रहा था। मुझ से अब चुदाई का सुख जैसे झेला नहीं जा रहा था. मैंने सोनू को नाख़ून मारे और मैं खुद अपनी गांड हिला कर उससे मजे लेने लगी. सोनू मेरे बूब्स को दबाने लगा, उसने मेरी चूत को पूरा भिगो दिया। उसकी साँसें फ़ूल गई थी और वह थक सा गया था और अपना लंड मेरी चुत से बाहर निकाला. तो देखा उसके लंड पर चुत का पानी और खून लगा हुआ था उसने मेरी तरफ प्यार से देखा और बोला- सलमा , अब तो तू ही मेरे दिल की मालकिन बनेगी. फिर हम दोनों बाथरूम में गए और अच्छे से साफ सफाई करके बाहर आ गए मैंने सोनू के लिए रोटियां बनाई और वो मुझे अपनी बाइक से अपने घेर में छोड़ आया जहाँ हम रहते थे और उनकी भैसो का तबेला था| इसके बाद हमें कई बार मौका मिला जिसे मैं अपनी अगली कहानी में बताउंगी ये मेरी पहली और सच्ची कहानी है
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