मैं लखनऊ का रहने वाला हूं मैं मार्केटिंग की जॉब पिछले 4 वर्षों से कर रहा हूं मेरे पिताजी सरकारी विभाग में काम करते हैं और मेरे बड़े भैया राजेश वह भी जॉब करते हैं। एक दिन मुझे राजेश भैया ने कहा क्या आज तुम मुझे ऑफिस तक छोड़ दोगे …
हेलो दोस्तो, मैं अपनी सच्ची कहानी आपको बता रहा हूँ। मेरा नाम तुषार है, पटना का रहने वाला 20 साल का एक कुंवारा लड़का हूँ। मस्त लण्ड का भी मालिक हूँ। मेरे पड़ोस में एक माल लड़की आई जो मुझसे बड़ी थी. पढ़िए उस शानदार फिगर वाली दीदी को मैं …
जब पिताजी ने मुझे मोटरसाइकिल दी उस वक्त मैं कॉलेज में ही था मेरे दोस्तों के पास पहले से ही मोटरसाइकिल थी और सब लोग बड़ी ही मस्तियां किया करते थे अब मेरे पास भी मोटरसाइकिल आ चुकी थी। पिताजी ने अपनी तनख्वाह से मेरे लिए मोटरसाइकिल ले ली अब …
मम्मी मुझे कहती है कि रजत बेटा तुम मेरे साथ पटना चलोगे मैंने मां से कहा लेकिन मां मैं पटना आकर क्या करूंगा तो मां कहने लगी बेटा तुम्हारे मामा जी की तबीयत ठीक नहीं है इसलिए मैं सोच रही थी कि यदि तुम भी मेरे साथ पटना चलते तो …
बचपन से ही घर में आए दिन मां पापा के झगड़े देखकर मैं परेशान हो गई थी मेरे शराबी बाप ने मुझे कभी अपनी बेटी समझा ही नहीं मेरी मां की जिंदगी तो उन्होंने पूरी तरीके से खराब कर ही दी थी लेकिन उसके बावजूद भी मां चाहती थी कि …
मैं अपने मायके जयपुर गई हुई थी जयपुर में मैं करीब 15 दिनों तक अपने मम्मी पापा के पास रही मेरे भैया भाभी विदेश में रहते हैं और वह लोग कम ही जयपुर जाया करते हैं इसलिए मैं अपनी मां से मिलने के लिए कभी कबार आ जाए करती हूं। …
रोज की तरह मैं सुबह जल्दी उठ गई थी जब मैं उठी तो मैंने बच्चों को उठाया और मैं बच्चों को स्कूल के लिए तैयार करने लगी कुछ देर बाद मैं नाश्ता बनाने के लिए रसोई में चली गई। मेरे पति अभी तक उठे नहीं थे लेकिन जब वह उठे …
मैं अपने ऑफिस से घर लौटा ही था कि मैंने देखा मेरा दोस्त गौतम मेरा इंतजार कर रहा था मैंने गौतम से कहा कि आज तुम काफी दिनों बाद मुझे मिल रहे हो। वह मुझे कहने लगा कि हां राघव आज सोचा कि तुमसे मुलाकात कर लूं इतने दिन हो …
दीपिका कुछ दिनों से अपने मायके गई हुई थी घर पर मां ही सारा काम देख रही थी घर की देखभाल का जिम्मा आजकल मां पर ही था बच्चों की देखभाल से लेकर मेरे लिए खाना बनाना और मेरे ऑफिस के लिए टिफिन पैक करना यह सब मां की ही …
मैं अपने ऑफिस से घर लौटा तो उस वक्त करीब 8:00 बज रहे थे मैं जब घर पहुंचा तो घर पहुंचते ही मां ने मुझे कहा कि राजेश बेटा तुम मेरे साथ गुप्ता जी की दुकान तक चलो हम लोगों को वहां से राशन लेकर आना है मैंने मां से …