देसी भाभी की चुदाई की भैया जाने के बाद- Desi Bhabhi Chudai
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मेरा नाम नीरव है, में टाटानगर का रहने वाला हूँ। में बी.कॉम कर रहा हूँ। अब में आपका समय ख़राब ना करते हुए सीधा अपनी स्टोरी पर आता हूँ। इस स्टोरी की शुरुआत कुछ 4 महीने पहले हुई थी, जब मेरे पड़ोस में एक नयी फेमिली रहने आई थी। उस फेमिली में पति-पत्नी थे और वो भाभी दिखने में कोई हिरोइन से कम नहीं थी, वो एकदम स्लिम फिगर की थी। उनके बारे में और बताऊँ तो मुझे उनका फिगर 30-28-30 लग रहा था, उनका रंग बहुत ही गोरा था।
अब मेरा तो लंड उनको देखते ही खड़ा हो जाता था और मैंने उनके नाम की कई बार मूठ भी मारी थी और सोच रहा था कि अगर इस भाभी को चोदने का मौका मिले तो मज़ा आ जाएगा। फिर मैंने उनको चोदने के प्लान को आगे बढ़ाने के लिए मंटू भाई से जान पहचान बढ़ानी शुरू कर दी और उनसे रोज बातें करने लगा और उनके बारे में जानकारी निकालने लगा।
अब उनसे बातचीत करके मुझे पता चला कि उनकी शादी 6 महीने पहले ही हुई है और वो एक कंपनी में सेल्समैन है और उनकी जॉब की वजह से उनको कई बार आउट ऑफ स्टेशन जाना पड़ता था। अब उनकी और हमारी फेमिली के बीच में अच्छी रिलेशनशिप हो गई थी। अब मंटू भाई जब भी आउट ऑफ स्टेशन जाते, तो वो हमें बताकर जाते और कहते कि अगर मीनाक्षी को कुछ भी मदद चाहिए हो, तो उनको मदद करे।
अब जब भी मीनाक्षी भाभी अपने घर पर अकेली होती तो वो कई बार हमारे घर पर आती और मेरी माँ के साथ बातें करके टाईम पास कर लेती, तो इसी वजह से में भी उनके साथ कुछ बात कर लेता था। फिर कुछ ही दिनों में मेरी उनके साथ अच्छी दोस्ती हो गई।
फिर एक दिन उन्होंने मुझसे मेरा नंबर माँगा, तो मैंने उन्हें अपना नंबर दे दिया और फिर हमारी वाट्सअप पर कई बार बात होने लगी। में आपको एक बात तो बताना ही भूल ही गया कि भाभी मॉडर्न विचारो वाली थी तो वो रोजाना ही वेस्टर्न कपड़े ही पहनती थी।
अब एक महीने पहले की बात है मंटू भाई को कोई काम की वजह से एक हफ्ते के लिए आउट ऑफ स्टेशन जाना पड़ा। अब मुझे लग रहा थी कि अब मेरी ड्रीम पूरी करने का यही सही वक़्त है तो मैंने मीनाक्षी भाभी को बोला कि अगर आपको कोई काम हो तो मुझे बताना, तो उन्होंने कहा कि ओके।
फिर एक दिन भाभी का मुझे कॉल आया, तो उन्होंने कहा कि में फ्री हूँ तो उनके घर आ जाऊं। तो में तुरंत ही उनके घर पर चला गया, फिर मैंने जैसे ही उनके घर की बेल बजाई, तो उन्होंने अपना डोर खोला। तो में उनको देखता ही रह गया, उन्होंने नाइटी पहनी हुई थी। फिर उन्होंने कहा कि क्या देख रहे हो?
तो मैंने कहा कि कुछ नहीं भाभी। तो उन्होंने ओके कहा और मुझे अंदर आने को बोला, तो में अंदर चला गया और सोफे पर बैठ गया और पूछा कि कुछ काम था भाभी। तो उन्होंने कहा कि नहीं बस ऐसे ही बोर हो रही थी इसलिए, तो मैंने ओके कह दिया। फिर वो किचन से मेरे लिए पानी लाई और मुझे पीने के लिए दिया।
फिर बाद में वो भी सोफे पर बैठ गई और टी.वी चालू कर दी और फिर हम मूवी देखने लगे। अब कोई मूवी अच्छी नहीं आ रही थी, तो मीनाक्षी भाभी ने टी.वी बंद कर दी और फिर हम बातें करने लगे।
फिर कुछ कॉलेज की बातें पूछने के बाद उन्होंने मुझसे पूछा कि कॉलेज में कितनी गर्लफ्रेंड बना रखी है? तो मैंने कहा कि कोई नहीं है। तो उन्होंने कहा कि क्यों? तो मैंने कहा कि कोई आपके जैसी मिली ही नहीं। तो मीनाक्षी भाभी ने कहा कि क्यों मुझमें ऐसा क्या है? तो फिर मैंने कहा कि आप इतनी सुंदर हो।
फिर उन्होंने कहा कि तुझे मेरी जैसी मिलती नहीं है और में जिसे मिली हूँ उनको मेरी कदर नहीं है। तो मैंने कहा कि क्या हुआ भाभी? तो उन्होंने कहा कि अगर में तेरी पत्नी होती, तो तू मेरे लिए क्या करता? तो मैंने कहा कि में तो आपको कभी अकेला छोड़ता ही नहीं और पूरा टाईम आपके साथ स्पेंड करता।
फिर बाद में मैंने कहा कि आप ऐसा क्यों पूछ रही हो भाभी? तो उन्होंने कहा कि तेरे भैया को देखना कभी मेरे लिए उनके पास टाईम ही नहीं है। अब मुझे कोचिंग जाना था तो में वहाँ से चला गया।
फिर बाद में जब में रात को अपने घर पर टी.वी देख रहा था। तो मुझे भाभी का कॉल आया और कहा कि मुझे तेरी मदद चाहिए, तू तुरंत मेरे घर पर आजा। तो में बहाना करके तुरंत उनके घर पर चला गया, फिर मैंने उसके डोर की बेल बजाई, तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। फिर मैंने उनको कॉल किया, तो उन्होंने कहा कि डोर खुला ही है अंदर आजा।
तो में अंदर चला गया, लेकिन मुझे कोई दिखाई नहीं दे रहा था तो मैंने भाभी को आवाज़ दी। तो भाभी ने कहा कि बेडरूम में आजा, फिर जैसे ही मैंने बेडरूम का डोर खोला तो मैंने देखा कि कोई बेड पर साड़ी पहने हुए बैठा है और पूरे रूम में मोमबत्ती जलाई हुई थी और बेड पर फूल फैले हुए थे।
फिर मैंने कहा कि क्या काम था भाभी? तो उन्होंने कहा कि मुझे तेरी ज़रूरत है मेरी प्यास बुझा दे, तेरे भैया की कमी तू पूरी कर दे। अब में तो बहुत खुश हो गया और फिर मैंने तुरंत मेरे पापा को कॉल किया और कहा कि आज रात में मेरे दोस्त के घर पर ही रहूँगा, तो उन्होंने कहा कि ओके।
फिर मैंने तुरंत बाहर जाकर घर का डोर लॉक किया और फ्रिज में से चॉकलेट का पेस्ट निकाला और बेडरूम में चला गया। फिर मैंने बेडरूम का डोर लॉक किया और सीधा भाभी के पास चला गया। अब भाभी क्या कमाल की लग रही थी? मैंने पहले कभी उनको साड़ी में नहीं देखा था। अब वो मुझे कोई अप्सरा से कम नहीं लग रही थी।
फिर में झट से उनके ऊपर कूद पड़ा और उन्हें किस करने लगा, तो उन्होंने कहा कि आराम से आज पूरी रात तू जो माँगेंगा वो मिलेगा। फिर मैंने उन्हें किस करना चालू रखा, अब वो भी मेरा साथ दे रही थी। अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था तो मैंने उनकी साड़ी निकाल दी और अब वो सिर्फ़ ब्लाउज और पेटीकोट में ही थी।
अब में उनको स्मूच करने लगा और ऐसे ही 15 मिनट तक स्मूच करता रहा। अब वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी और मौन कर रही थी। फिर मैंने उनका ब्लाउज और पेटीकोट भी निकाल दिया। अब मेरे सामने एक अप्सरा लेटी हुई थी जिसके गोरे शरीर पर सिर्फ़ सफ़ेद ब्रा और काली पेंटी थी।
अब मेरा लंड तो जैसे बाहर आने का ही इंतज़ार कर रहा था, तो मैंने भी अपनी टी-शर्ट और जीन्स निकाल दी। अब में भी सिर्फ़ बॉक्सर्स में ही था तो मैंने फिर से उनको स्मूच और किस करना चालू कर दिया और अपने एक हाथ से उनके बूब्स को दबाने लगा। अब मीनाक्षी भाभी मौन कर रही थी, फिर मैंने अपने मुँह से उनके बूब्स पर से उनकी ब्रा को भी निकाल दिया और उनके बूब्स को चूसने लगा।
फिर मैंने उनके बूब्स पर चॉकलेट का पेस्ट डाला और उसे चाटने लगा। अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और में ऐसे ही करीब 10 मिनट तक करता रहा। फिर मैंने उनकी पेंटी भी निकाल दी, अब मीनाक्षी भाभी मेरे सामने पूरी नंगी थी और अब मेरा लंड बहुत बड़ा हो चुका था।
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फिर मैंने उनको मेरा लंड चूसने को कहा, तो पहले तो उन्होंने मना किया, लेकिन फिर मैंने अपने लंड पर चॉकलेट का पेस्ट लगाया और बोला कि अब तो चूसो। तो उन्होंने कहा कि ठीक है और फिर वो मेरा लंड अपने मुँह में डालने लगी और अंदर बाहर करने लगी।
दोस्तों कसम से अब में तो जैसे सातवें आसमान पर था। अब वो मेरा लंड कोई लॉलीपोप हो जैसे चूस रही थी। फिर कुछ ही मिनट के बाद में झड़ गया और मैंने उनके मुँह में ही अपना पूरा माल खाली कर दिया। फिर वो मुझसे कहने लगी कि अब मुझे और मत तड़पाओं मुझे चोद दो, लेकिन अब तो असली मज़ा शुरू हुआ था।
अब मैंने फिर से उनको बेड पर लेटा दिया और 69 पोज़िशन में आ गया और उनकी चूत को चाटने लगा। अब वो मौन कर रही थी, फिर मैंने कुछ देर तक उनकी चूत को चाटने के बाद उनकी चूत पर और उनकी बॉडी पर चॉकलेट का पेस्ट डाल दिया और उसे चाटने लगा। अब करीब 10 मिनट तक ऐसा ही चलता रहा।
फिर मुझसे भी कंट्रोल नहीं हुआ तो मैंने उनको ठीक पोज़िशन में किया और उनकी दोनों टाँगे पूरी फैला दी और उनकी चूत पर मेरा लंड रखा और रगड़ने लगा। अब पूरे रूम में सिर्फ़ उनकी मौन की आवाज़े आ रही थी।
फिर मैंने एक ज़ोर का धक्का मारा और मेरा आधा लंड उनकी चूत में चला गया। अब में धीरे-धीरे अपनी स्पीड बढ़ाने लगा था। अब उनको भी बहुत मज़ा आ रहा था इसलिए वो भी ज़ोर-ज़ोर से चिल्ला रही थी फुक मी, फुक मी हार्ड और जिससे मुझे भी जोश आ रहा था और इसी तरफ में 15 मिनट तक उनको चोदता रहा।
अब में झड़ने वाला था तो मैंने उनको पूछा कि कहाँ डालूं, तो उन्होंने कहा कि अंदर ही डाल दे मेरे पास आई-पिल है। तो मैंने और 5-6 झटके मारे और मेरा सारा माल उनकी चूत के अंदर ही खाली कर दिया।
फिर मैंने अपना लंड उनकी चूत में से बाहर निकाला और उनके ऊपर ही 5 मिनट तक लेटा रहा और उनके बूब्स को चूसता रहा। फिर मैंने भाभी को कहा कि एक और राउंड हो जाए। तो उन्होंने कहा कि आज तुझे जितनी बार चोदना है चोद ले और फिर वो बैठकर मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी।
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अब कुछ देर में मेरा लंड फिर से पूरा टाईट हो गया था और इस बार मैंने उनको उल्टा लेटाया और पीछे से उनकी चूत में अपना लंड डालकर चोदने लगा। फिर इसी पोज़िशन में कुछ देर तक चोदने के बाद मैंने उनको घोड़ी बनाकर चोदा और फिर कई और पोज़िशन में उनको 20 मिनट तक चोदा। फिर मैंने भाभी को बोला कि मुझे आपकी गांड मारनी है।
तो भाभी ने कहा कि धीरे करना अभी तक तेरे भैया ने कभी मेरी गांड नहीं मारी है। तो मैंने कहा कि ठीक है भाभी और उनकी गांड पर अपना लंड रखा और एक झटका मारा तो मेरा लंड उनकी गांड के अंदर नहीं गया। फिर मैंने अपने लंड पर थोड़ा सा थूक लगाया और ज़ोर से एक झटका मारा, तो मेरा लंड थोड़ा सा अंदर घुस गया।
अब भाभी चिल्ला रही थी कि बाहर निकाल मार डालेगा क्या? लेकिन मैंने उनकी एक नहीं सुनी और फिर से एक बार और ज़ोर का झटका मारा, तो मेरा आधा लंड उनकी गांड के अंदर चला गया। फिर में धीरे-धीरे भाभी की गांड मारने लगा और कुछ देर में ही मेरा पूरा लंड भाभी की गांड में अंदर जाने लगा।
अब तो भाभी भी अपनी गांड हिलाते-हिलाते गांड मरवा रही थी और उनको भी मज़ा आ रहा था। अब 10 मिनट तक उनकी गांड मारने के बाद में फिर से झड़ने वाला था तो मैंने भाभी की गांड से अपना लंड बाहर निकाला और उनके बूब्स और बदन पर सारा माल निकाल दिया और उनके बाजू में ही लेट गया।
फिर कुछ देर तक हम दोनों ऐसे ही लेटे रहे और फिर साथ में नहाने चले गये और फिर मैंने भाभी को बाथटब में फिर से चोदा। अब जब तक मंटू भैया नहीं आए तब तक हम हर रोज सेक्स करते रहे और अब जब भी वो बाहर जाते है, तो भी हम सेक्स करते है।
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